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वीर बाल दिवस के अवसर पर “बाल विवाह मुक्त भारत अभियान” के तहत जागरूकता सह शपथ कार्यक्रम का आयोजन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कजरा में।

लखीसराय

लखीसराय – महिला एवं बाल विकास निगम तथा जिला विधिक प्राधिकार, लखीसराय के संयुक्त तत्वावधान में एवं संकल्प हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन के सहयोग से वीर बाल दिवस के अवसर पर “बाल विवाह मुक्त भारत अभियान” के तहत जागरूकता सह शपथ कार्यक्रम का आयोजन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कजरा में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को बाल विवाह के दुष्प्रभावों, उनके कानूनी अधिकारों तथा सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की छात्राओं के बीच खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन से की गई, जिससे छात्राओं में उत्साह एवं सहभागिता का माहौल बना। इसके उपरांत संकल्प हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन के जिला मिशन समन्वयक श्री प्रशांत कुमार ने छात्राओं को संबोधित करते हुए वीर बाल दिवस के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह दिवस साहस, त्याग और देशभक्ति का प्रतीक है। उन्होंने माता गुजरी देवी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि माता गुजरी देवी महिला सशक्तिकरण, वात्सल्य प्रेम, त्याग और धैर्य की अप्रतिम मिसाल हैं। उन्होंने अपने पोतों साहिबजादा जोरावर सिंह एवं साहिबजादा फतेह सिंह को बचपन से ही देश, धर्म और संस्कृति से जुड़ी वीर गाथाएं सुनाईं। जब उन्हें अपने पोतों के बलिदान का समाचार मिला तो उन्होंने भी उसी क्षण प्राण त्याग दिए। उनका यह बलिदान मातृत्व की सर्वोच्च मिसाल है। श्री प्रशांत कुमार ने कहा कि ‘वीर बाल दिवस’ हमें यह संदेश देता है कि राष्ट्र या धर्म की रक्षा के लिए आयु या संख्या बल नहीं, बल्कि साहस, आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है। बलिदान से ही समाज और राष्ट्र का निर्माण होता है। उन्होंने सभी छात्राओं से आह्वान किया कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव सजग रहें और अन्याय के आगे कभी न झुकें। इस अवसर पर जिला विधिक प्राधिकार, लखीसराय के अधिकार मित्र श्री अजय कुमार यादव ने कहा कि बाल विवाह कानूनन एक गंभीर अपराध है, जो बालिकाओं के शारीरिक, मानसिक, शैक्षणिक और सामाजिक विकास में बड़ी बाधा बनता है। उन्होंने किसी भी प्रकार की कानूनी सहायता या परामर्श के लिए टॉल फ्री नंबर 15100 पर संपर्क करने की सलाह दी। कार्यक्रम में उपस्थित लैंगिक विशेषज्ञ सुश्री किस्मत कुमारी ने कहा कि बाल विवाह किसी भी सभ्य समाज के लिए स्वीकार्य नहीं है। बाल विवाह से बालिकाओं को शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक रूप से गहरी क्षति पहुंचती है, जिसकी भरपाई जीवन भर संभव नहीं हो पाती। उन्होंने सभी से बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाने तथा महिला हेल्पलाइन टॉल फ्री नंबर 181 पर संपर्क करने का आग्रह किया। कार्यक्रम के अंत में बाल विवाह की रोकथाम हेतु सभी उपस्थित छात्राओं एवं शिक्षकों को सामूहिक रूप से शपथ दिलाई गई। साथ ही छात्राओं के बीच स्वच्छता प्रबंधन किट्स का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय की शिक्षिका नीतू कुमारी, छात्राएं अंकुश कुमारी, काजल कुमारी, सपना, सुजाता, लक्ष्मी कुमारी, सीता कुमारी सहित दर्जनों छात्राएं उपस्थित रहीं।

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