
लखीसराय – प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित बीआरसी भवन में बुधवार को एक समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक मुंगेर प्रमंडल आयुक्त के निर्देशानुसार आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता
एसडीओ प्रभाकर कुमार ने की। बैठक में प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों के जनप्रतिनिधि एवं विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य पंचायत स्तर पर जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय पदाधिकारियों के
बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना था। इस क्रम में कृषि, जीविका, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, स्वच्छता, कल्याण, पशुपालन, पीएचईडी, मनरेगा सहित सभी विभागों के पदाधिकारी एवं संबंधित कर्मी मौजूद रहे।
जनप्रतिनिधियों से परिचय प्राप्त करने के बाद बारी-बारी से पंचायतवार समस्याओं को सुना गया। इससे पहले बीडीओ प्रतीक कुमार के द्वारा एसडीओ को पौधा भेंटकर स्वागत किया गया। बैठक में सर्वप्रथम प्रखंड प्रमुख
प्रतिनिधि रजनीश कुमार ने धान अधिप्राप्ति का मुद्दा उठाते हुए कहा कि धान खरीद का लक्ष्य कम निर्धारित किया गया है, वहीं चिन्हित किसानों के धान की ही खरीद की जा रही है। कुछ पंचायतों में लक्ष्य ही नहीं मिला है।
इसके अलावा कृषि विद्युत व्यवस्था, लंबे समय से खराब पड़े ट्रांसफार्मर, ग्रामीण क्षेत्रों में नंगे तार, मनरेगा योजना के संचालन में परेशानी जैसे मुद्दे प्रमुखता से उठे। गिरधरपुर पंचायत के सायरबीघा व जखौर क्षेत्र में वर्ष भर
से एग्रीकल्चर बिजली बाधित रहने की बात कही गई। मिड-डे मील में एनजीओ के माध्यम से आपूर्ति हो रहे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता व मात्रा पर भी सवाल उठे। जर्जर विद्यालय भवनों की स्थिति को लेकर भी चर्चा हुई। गंगासराय पंचायत के मुखिया मेघु कुमार ने बताया कि उनके पंचायत में अस्पताल भवन बनकर तैयार है, लेकिन अभी तक वहां सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। इस पर संबंधित पदाधिकारी ने बताया कि तीन दिन पूर्व ही भवन का हैंडओवर लिया गया है और शीघ्र ही सभी संसाधन वहां उपलब्ध करा दिए जाएंगे। लक्ष्मीपुर पंचायत के जनप्रतिनिधि ने कस्तूरबा विद्यालय से जुड़ी समस्या उठाते हुए बताया कि छात्रावास दूर होने के कारण बच्चियों को पैदल लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। वहीं पंचायत सरकार भवन में संसाधनों की कमी का भी जिक्र किया गया। अन्य पंचायतों के मुखिया एवं प्रतिनिधियों विपिन सिंह, गोपाल कुमार, गुलशन कुमार, रवि रंजन कुमार, संदीप कुमार, कंपन्नी पासवान आदि ने भी नल-जल, बिजली, आंगनबाड़ी, विद्यालयों की चारदीवारी, जर्जर भवन, अधूरे निर्माण कार्य और पेयजल संकट जैसी समस्याओं को विस्तार से रखा। पाली पंचायत में वर्षों से जर्जर विद्यालय, नल-जल की गंभीर समस्या तथा विद्यालयों के उत्क्रमण की मांग रखी गई। वहीं किसानों के बीच वितरित किए जाने वाले टमाटर बीज के पंचायतों में न पहुंचने का मामला भी सामने आया, जिस पर अनुमंडल पदाधिकारी ने जांच टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए। सोलर लाइट की खराब स्थिति को लेकर बताया गया कि संबंधित एजेंसी भुगतान के बावजूद मरम्मत में रुचि नहीं दिखा रही है। बिजली विभाग की ओर से बताया गया कि प्रखंड में करीब 3.5 किलोमीटर नंगे तार शेष हैं, जिन्हें शीघ्र बदला जाएगा। अंत में अनुमंडल पदाधिकारी प्रभाकर कुमार ने कहा कि यह बैठक पंचायतों में समन्वय और समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से आयोजित की गई है। इस तरह की समीक्षात्मक बैठक प्रत्येक माह सभी प्रखंडों में आयोजित की जाएगी। बैठक में उठी समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित पदाधिकारी पंचायतों का भ्रमण करेंगे तथा जिन मामलों का समाधान उनके स्तर से संभव नहीं होगा, उन्हें वरीय अधिकारियों को भेजा जाएगा। बैठक में सहायक जिला आपूर्ति पदाधिकारी अतुल कुमार, अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी सुधीर कुमार, बीडीओ प्रतीक कुमार, सीओ राकेश आनंद, अन्नू कुमार, अरविंद कुमार, हरे कृष्ण कुमार, आलोक प्रकाश प्रभात, कमलेश्वरी चौधरी, मांडवी कुमारी, मौसमी कुमारी, धर्मवीर कुमार, अमरेंद्र कुमार, अभिषेक कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।




