गया स्टेशन पर ‘ऑपरेशन विलेप’ के तहत बड़ी कार्रवाई 24 लाख रुपये मूल्य के 48 कछुए बरामद, वन विभाग को सौंपे।
गया

गया – पूर्व मध्य रेल के डीडीयू मंडल अंतर्गत गया जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ऑपरेशन विलेप’ के तहत की गई कार्रवाई में दून एक्सप्रेस के एक कोच से 48 जीवित कछुए बरामद किए गए, जिनकी
अनुमानित बाजार कीमत लगभग 24 लाख रुपये आंकी गई है। बरामद सभी कछुओं को सुरक्षित रूप से वन विभाग को सौंप दिया गया है। इस अभियान का नेतृत्व निरीक्षक प्रभारी बनारसी यादव एवं निरीक्षक चंदन कुमार (अपराध आशा/गया) कर रहे थे। संयुक्त टीम में सहायक
उप निरीक्षक पवन कुमार, आरक्षक राकेश कुमार सिंह, अमित कुमार, अनील प्रसाद, विपिन कुमार, प्रधान आरक्षक महेश ठाकुर, उप निरीक्षक मुकेश कुमार, सीपीडीएस टीम गया के कर्मी तथा रेल पुलिस के
अधिकारी भी शामिल थे। गश्त के दौरान रात करीब 10:25 बजे प्लेटफॉर्म संख्या-02 पर खड़ी गाड़ी संख्या 13010 डाउन दून एक्सप्रेस के कोच एस-7 की गहन जांच की गई। जांच के क्रम में कोच के अंदर रखे दो प्लास्टिक के बोरे—एक सफेद और एक पीले रंग का—संदिग्ध अवस्था में पाए गए। जब आरपीएफ टीम ने बोरे
खोलकर जांच की, तो उनमें कुल 48 जीवित कछुए पाए गए। आरपीएफ द्वारा आसपास मौजूद यात्रियों से पूछताछ की गई, लेकिन किसी भी यात्री ने बोरे या कछुओं पर अपना दावा नहीं किया। चूंकि कछुआ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के अंतर्गत संरक्षित प्रजाति में शामिल है, इसलिए आरपीएफ ने तत्काल
कानूनी कार्रवाई करते हुए सभी कछुओं को अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद बरामद कछुओं को बोरे सहित रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट गया लाया गया और मामले की सूचना गयाजी वन विभाग को दी गई। इस संबंध में आरपीएफ थाना प्रभारी बनारसी यादव ने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों के निर्वहन में भी पूरी तत्परता से कार्य करता रहेगा।




