फ़िल्म महोत्सव लखीसराय में ही नहीं बल्कि बिहार के सिनेमाई परिदृश्य में एक सराहनीय पहल: उप मुख्यमंत्री
लखीसराय

लखीसराय फ़िल्म महोत्सव में प्रदर्शित होने वाली फ़िल्मों की सूची जारी, ‘परीक्षा’ होगी उद्घाटन फ़िल्म और छेल्लो शो से होगा समापन।
लखीसराय- आगामी लखीसराय फ़िल्म महोत्सव (03–05 दिसम्बर 2025) को लेकर बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने प्रसन्नता ज़ाहिर की। लखीसराय के दौरे पर आए श्री सिन्हा ने फ़िल्म महोत्सव के पोस्टर जारी करते हुए कहा कि यह फ़िल्म महोत्सव लखीसराय
ही नहीं बल्कि बिहार के सिनेमाई परिदृश्य में एक सराहनीय पहल है। इस महोत्सव में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के राष्ट्रीय फ़िल्म विकास निगम (NFDC) द्वारा उपलब्ध भारतीय पैनोरमा की फ़िल्में, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त फीचर और नॉन-फ़ीचर फ़िल्में, तथा फ़िल्म क्रिटिक्स गिल्ड, मुंबई द्वारा
सम्मानित लघु फ़िल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर असोसिएशन मुंबई ने इस महोत्सव को सहयोग किया है, हम उन्हें बधाई देते हैं। महोत्सव में प्रदर्शित होने वाली शिक्षा, कैरियर और सामाजिक चुनौतियों पर आधारित प्रेरक और कई प्रतिष्ठित फ़िल्में दर्शकों के लिए विशेष रूप से चुनी गई हैं।
तत्पश्चात समाहरणालय स्थित मंत्रणा कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता कर प्रदर्शित होने वाली फ़िल्मों की आधिकारिक सूची जारी कर दी गई है। यह घोषणा फ़ेस्टिवल डायरेक्टर सह लखीसराय के जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र, अपर समाहर्ता नीरज कुमार, फ़िल्मकार एवं सिनेयात्रा के सचिव सह महोत्सव संयोजक रविराज पटेल, ज़िला कला संस्कृति पदाधिकारी प्राची कुमारी, ज़िला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार द्वारा संयुक्त रूप से की गई।
महोत्सव की उद्घाटन फ़िल्म के रूप में प्रकाश झा प्रोडक्शन्स की चर्चित फ़िल्म ‘परीक्षा’ का चयन किया गया है। वहीं भारत से ऑस्कर तक पहुँची और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराही गई गुजराती फ़िल्म ‘छेल्लो शो’ (अंतिम फ़िल्म प्रदर्शन) भी विशेष आकर्षण के रूप में दिखाई जाएगी।
प्रमुख फ़िल्में फीचर फ़िल्मों में परीक्षा, मट्टो की साइकिल, तूफ़ान मेल ऐट डाउन, भगवाज्जूकम, स्वाहा, सेलेस्टिना एंड लॉरेंस, न्यूटन, अंधाधुन, छिछोरे, गांधी, पा और छेल्लो शो शामिल हैं।
डॉक्यूमेंट्री और नॉन-फ़ीचर फिल्मों में लखीसराय म्यूज़ियम डिस्कवरी अ ग्लिम्प्स ऑफ़ ग्लोरी, लखीसराय के ऐतिहासिक धरोहर पर आधारित डॉक्यूमेंट्री लखीसराय डिस्कवरी ऑफ़ अ फ़र्गॉटेन हिस्ट्री, डॉ राजेन्द्र प्रसाद लाइफ़ एंड हिस्ट्री, सरदार पटेल, वंदे मातरम्, एक था गाँव और बहुरुपिया प्रमुख रूप से दिखाई जाएँगी। लघु फ़िल्म श्रेणी में ओबुर, क्रॉसिंग बॉर्डर्स, जूयें, मॉनसून वॉक, मूविंग फ़ोकस और गिद्ध – द स्कैवेंजर, सायकिल, चिपटकदुमपा शामिल हैं।
तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में फ़िल्म स्क्रीनिंग के साथ-साथ पैनल डिस्कशन, मास्टर क्लास, और युवा फिल्मकारों के लिए महत्वपूर्ण संवाद सत्र भी आयोजित होंगे। इन सत्रों में भारतीय फ़िल्म और टेलीविज़न संस्थान (FTII), पुणे के पूर्व छात्र-छात्रा भी शामिल होंगे।
महोत्सव में कई चर्चित फ़िल्मी हस्तियाँ अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँगी, जिनमें गैंग्स ऑफ़ वासेपुर फेम अभिनेत्री अनुरिता झा, वरिष्ठ फ़िल्म समीक्षक अजय ब्रह्मात्मज, अभिनेता-निर्माता मोहित मट्टू, फिल्मकार रवि शेखर, इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) के अध्यक्ष अभय कुमार सिन्हा, सिनेयात्रा के अध्यक्ष और भारतीय प्रशसनिक सेवा के अवकाश प्राप्त अधिकारी आर एन दास, निर्देशक विक्राम कुमार, अभिनेत्री अंकिता केरकेट्टा और निर्माता निशान्त उज्जवल शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, जोरम और भोंसले जैसी चर्चित फ़िल्मों के निर्देशक देवाशीष मखीजा, अंतरराष्ट्रीय फ़िल्मकार पैन नलिन, फ़िल्म निर्देशक एम गनी, अभिनेता विकास कुमार, प्रो हितेंद्र के पटेल, बड़हिया के इटली और जर्मनी निवासी अभिनव कुमार तथा रूस की फ़िल्म निर्माता ऐना शलशिना और मरियाना बोरगो, निर्देशक सरफ़राज आलम वीडियो संदेश या VC के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़ेंगे।
समारोह का उद्घाटन बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा करेंगे, जबकि बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा, सूर्यगढ़ा विधायक रामानन्द मंडल, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग सह गृह सचिव प्रणव कुमार विशेष रूप से शामिल होंगे।
महोत्सव में हिन्दी, अंग्रेज़ी, संस्कृत, बंगला, मगही, बज्जिका सहित कई भारतीय भाषाओं की फ़िल्में प्रदर्शित की जाएँगी। आयोजकों के अनुसार, यह महोत्सव लखीसराय जिले के लिए सांस्कृतिक समृद्धि और सिनेमा के विविध रंगों से रूबरू होने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।





