जुगाड़ू पुल निर्माण में आई भारी परेशानी, अब किऊल–लखीसराय संपर्क को मिली राहत।
लखीसराय

पूर्व प्रखंड प्रमुख नृपेंद्र यादव की पहल पर तैयार हुआ अस्थायी पुल, जिलाधिकारी ने किया स्थल निरीक्षण
लखीसराय – किऊल नदी पर आवागमन बहाल करने के लिए बनाए गए अस्थायी “जुगाड़ू पुल” ने स्थानीय लोगों की बड़ी समस्या दूर कर दी है। यह पुल लखीसराय और
किऊल को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है, लेकिन इसके निर्माण में कई तरह की बाधाएँ आईं। स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक, नदी का जलस्तर बढ़ने, निर्माण सामग्री की
कमी और तकनीकी संसाधनों के अभाव के कारण पुल बनाना आसान नहीं था। कई बार निर्माण कार्य बाधित हुआ, मगर ग्रामीणों के सहयोग और स्थानीय
जनप्रतिनिधियों की पहल से काम आगे बढ़ता रहा। इस कार्य में पूर्व प्रखंड प्रमुख नृपेंद्र यादव की भूमिका अहम रही। उन्होंने न केवल प्रशासन से लगातार संपर्क किया,
बल्कि ग्रामीणों के साथ मिलकर स्वयं भी मैदान में उतरकर सहयोग दिया। उनकी सक्रियता के कारण ही सीमित संसाधनों में यह अस्थायी पुल जल्द तैयार हो सका।
पुल बनकर तैयार होने के बाद जिलाधिकारी ने स्वयं स्थल पर पहुँचकर निरीक्षण किया। डीएम ने निर्माण कार्य की समीक्षा की और स्थानीय प्रशासन को आवश्यक दिशा-
निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि स्थायी समाधान के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, ताकि भविष्य में लोगों को बार-बार ऐसी समस्याओं का सामना न करना
पड़े। ग्रामीणों ने जुगाड़ू पुल के निर्माण को “तत्काल राहत” बताया है, क्योंकि इसके शुरू होने से रोजमर्रा की आवाजाही, स्कूल–कॉलेज जाने वाले छात्र, किसान और
व्यापारियों को बड़ी सुविधा मिली है। वही जिलाधिकारी मिथिलेश कुमार मिश्र ने पास में लगे झालमुड़ी भी खाया जिससे दुकानदार भी खुश हो उठा।





