जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर का भाजपा पर बड़ा हमला, अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान पर प्रत्याशियों को डराने-धमकाने के गंभीर आरोप।
पटना

पटना – जन सुराज आंदोलन के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) ने मंगलवार को राजधानी पटना स्थित शेखपुरा हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने जन सुराज के प्रत्याशियों को धमकाकर और दबाव डालकर नामांकन वापस कराने का काम किया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि भाजपा को अब जन सुराज के बढ़ते जनसमर्थन से डर लगने लगा है। जो पार्टी पहले जन सुराज को “वोटकटवा” कहती थी, वही अब जन सुराज के प्रत्याशियों से चुनाव मैदान खाली कराने में जुट गई है। PK ने सबसे पहले दानापुर विधानसभा क्षेत्र का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यहां जनता ने तय किया था कि इस बार बाहुबली उम्मीदवारों के खिलाफ जन सुराज के व्यवसायी अखिलेश कुमार उर्फ़ मुटूर शाह को समर्थन दिया जाए। उन्होंने बताया कि अखिलेश साह ने मनोज भारती के हाथों जन सुराज का सिंबल भी लिया, लेकिन नामांकन करने नहीं पहुंचे।प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि “भाजपा के नेता बताते रहे कि राजद के गुंडों ने उन्हें बंधक बना लिया है, लेकिन सच्चाई यह है कि वे दिनभर गृह मंत्री अमित शाह और बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ थे। अमित शाह खुद एक प्रत्याशी को अपने पास बैठाकर नामांकन से रोक रहे हैं — यह भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा दिखाता है।” उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस पूरे मामले पर संज्ञान लेना चाहिए। “जब एक प्रत्याशी को केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता घेरे हुए हैं, तो वह क्या कर सकेगा?” – PK ने सवाल उठाया। प्रशांत किशोर ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि धर्मेंद्र प्रधान ने डर और धमकी का माहौल बनाकर जन सुराज के तीन प्रत्याशियों से नामांकन वापस करवाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने ब्रह्मपुर से जन सुराज प्रत्याशी डॉ. सत्यदेव तिवारी के साथ धर्मेंद्र प्रधान की एक तस्वीर भी जारी की और कहा कि इसी तरह भाजपा नेता दबाव बनाकर विपक्षी प्रत्याशियों को मैदान से हटा रहे हैं। PK ने बताया कि गोपालगंज से जन सुराज के प्रत्याशी डॉ. शशि शेखर सिन्हा को भी स्थानीय भाजपा नेता और एक MLC ने दबाव डालकर नामांकन वापस कराने को मजबूर किया। उन्होंने कहा, “यह सब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर हो रहा है, क्योंकि उन्हें डर है कि जन सुराज जनता के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है।” PK ने कहा कि भाजपा की छवि बन गई है कि “कोई भी जीते, सरकार हम ही बनाएंगे”, लेकिन अब जन सुराज के उभार ने इस छवि को चुनौती दी है। उन्होंने कहा, “जन सुराज को पहले वोटकटवा पार्टी बताया गया था, लेकिन आज भाजपा को सबसे ज़्यादा डर जन सुराज से ही लग रहा है।” प्रशांत किशोर ने कहा कि वे इस पूरे मामले की शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे। उन्होंने मांग की कि आयोग निष्पक्षता बनाए रखने के लिए इन मामलों की जांच करे और जन सुराज प्रत्याशियों को सुरक्षा मुहैया कराए।




