कैमूर में बीजेपी को झटका, मोहनिया से जन सुराज ने जिला परिषद सदस्य गीता पासी को बनाया उम्मीदवार।
कैमूर

प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच भावुक होकर रो पड़ीं गीता पासी, बोलीं – “सम्राट चौधरी ने टिकट का दिया था आश्वासन”
कैमूर – कैमूर जिले की मोहनिया विधानसभा (अ.जा) सीट से भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। जिला परिषद सदस्य गीता पासी ने बीजेपी से नाराज होकर जन सुराज का दामन थाम लिया है। जन सुराज ने उन्हें मोहनिया विधानसभा से आधिकारिक रूप से उम्मीदवार घोषित कर दिया है। जन सुराज के सिंबल के साथ गुरुवार को जब गीता पासी मोहनिया पहुंचीं, तो कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों और गाजे-बाजे के साथ जोरदार स्वागत किया। उन्होंने स्थानीय मंदिर में पूजा-अर्चना कर अपने नए राजनीतिक सफर की शुरुआत की।
मोहनिया में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गीता पासी भावनात्मक हो उठीं और बीच में ही रो पड़ीं। उन्होंने कहा “मोहनिया की जनता की बहुत दिनों से मांग थी कि मैं चुनाव लड़ूं। 2023 में मैंने बीजेपी ज्वाइन किया था। उस समय उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जी ने मुझे टिकट देने का आश्वासन दिया था, लेकिन जब टिकट की घोषणा हुई, तो मेरा नाम नहीं था।” भावुक होते हुए गीता पासी ने कहा कि उन्होंने संगठन के लिए काफी मेहनत की थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने कहा“मैं प्रशांत किशोर जी का आभार व्यक्त करती हूँ जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया और जन सुराज से मुझे टिकट दिया। अब मैं मोहनिया की जनता की सेवा के लिए पूरी ताकत से चुनाव मैदान में उतरूंगी।” गीता पासी के जन सुराज में शामिल होने से कैमूर जिले की सियासत में नई हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार, अनुसूचित जाति वर्ग में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है, जिससे बीजेपी को इस क्षेत्र में नुकसान हो सकता है। जन सुराज कार्यकर्ताओं में गीता पासी के शामिल होने से खासा उत्साह है। स्थानीय नेताओं का कहना है कि “गीता पासी का जुड़ना संगठन के लिए बड़ी मजबूती साबित होगा।”




