कैमूर में 50 बेड वाला मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल का उद्घाटन, नगर परिषद ईओ संजय उपाध्याय ने किया उद्घाटन, बोले — सभी वृद्धजनों को मिलेंगी सरकारी सुविधाएँ।
कैमूर

भभुआ (कैमूर) – कैमूर जिला मुख्यालय भभुआ में वृद्धजनों की सुविधा के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। नगर परिषद की ओर से 50 बेड वाले मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल का उद्घाटन नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संजय उपाध्याय ने सोमवार को किया। इस अवसर पर नगर परिषद सभापति विकास तिवारी उर्फ बब्लू तिवारी, जीविका दीदी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान ईओ संजय उपाध्याय ने कहा कि राज्य सरकार की पहल पर इस वृद्धजन आश्रय स्थल की शुरुआत की गई है ताकि जिले के असहाय, निराश्रित और अकेले वृद्धजनों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक ठिकाना मिल सके। उन्होंने बताया “मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल को संचालित करने के लिए सरकार के द्वारा निर्देश प्राप्त हुआ था। उसी के तहत जिला मुख्यालय भभुआ में इसका उद्घाटन किया गया है। यह आश्रय स्थल पूरे कैमूर जिले के वृद्धजनों के लिए है, जो यहां रहना चाहें, वे निःशुल्क रह सकते हैं।” ईओ उपाध्याय ने बताया कि फिलहाल इस आश्रय स्थल में 50 बेड की व्यवस्था की गई है।
यदि वृद्धजनों की संख्या बढ़ती है, तो चरणबद्ध तरीके से 25-25 बेड और जोड़े जाएंगे। यहाँ रहने वाले वृद्धजनों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और भोजन व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी नगर परिषद की होगी। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई और भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जीविका समूह की महिलाओं की तैनाती की गई है, ताकि वृद्धजनों को पौष्टिक और स्वच्छ भोजन समय पर मिल सके।संजय उपाध्याय ने बताया कि आश्रय स्थल में नगर परिषद के विभिन्न पदों पर कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी, जो सुरक्षा, चिकित्सा, सफाई और रख-रखाव की जिम्मेदारी निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि वृद्धजनों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए एक निगरानी समिति भी गठित की जाएगी, जो समय-समय पर निरीक्षण करेगी। ईओ संजय उपाध्याय ने कहा “मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल का उद्देश्य उन बुजुर्गों को सम्मानजनक जीवन देना है जो अकेले हैं या जिनका सहारा कोई नहीं है। सरकार चाहती है कि ऐसे सभी लोग सरकारी सुविधाओं का लाभ लेकर गरिमापूर्ण जीवन जी सकें। नगर परिषद की ओर से हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।” नगर परिषद सभापति विकास तिवारी (बब्लू तिवारी) ने भी इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि समाज में वृद्धजनों का सम्मान और देखभाल हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में जीविका दीदी एवं महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्याओं ने भी भाग लिया और आश्रय स्थल में सफाई, पोषण और देखभाल से जुड़ी जिम्मेदारियाँ संभालने की बात कही। कैमूर जिला प्रशासन की यह पहल न केवल सरकारी योजना के क्रियान्वयन का उदाहरण है, बल्कि यह समाज में मानवता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी मजबूत करती है। इससे उन बुजुर्गों को सुरक्षा, सम्मान और सहारा मिलेगा जो अब तक अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में अकेलेपन का सामना कर रहे थे।




