गिद्धौर रियासत के राजा रहे कुमार कालिका प्रसाद सिंह की जयंती पर लोगों ने उन्हें याद किया।
जमुई गिद्धौर

जमुई- गिद्धौर रियासत के राजा रहे कुमार कालिका प्रसाद सिंह की जयंती पर लोगों ने उन्हें याद किया।जिला मुख्यालय स्थित के के एम काॅलेज मे स्थापित कुमार कालिका प्रसाद सिंह की प्रतिमा पर लोगों ने माल्यार्पण किया।इस मौके पर नेचर विलेज के संस्थापक निर्भय प्रताप सिंह भी पहुंचे।उन्होंने भी अपने सहयोगियों व समर्थकों के साथ कुमार कालिका प्रसाद सिंह की प्रतिमा
पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।इस मौके पर उन्होने उपस्थित युवाओं और काॅलेज मे पढने आए छात्रों के समूह से कुमार कालिका प्रसाद सिंह के इतिहास के बारे मे जानना चाहा लेकिन किसी ने कुछ नही बताया।निर्भय प्रताप सिंह ने इसपर खेद जाहिर करते हुए कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि नई पीढी को अपने ही जिले के इतिहास और ऐतिहासिक पुरुषों के बारे कोई जानकारी नही है।उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल हों या
प्र
शासन के अधिकारी सभी नई पीढी के युवाओं के शैक्षणिक व कौशल विकास की बात करते हैं लेकिन इस मामले मे उनका कोई प्रयास ही नही रहा।उन्होंने कहा कि कुमार कालिका प्रसाद सिंह देश के पहले राजा हुए जिन्होंने देश की आजादी के लिए राजसत्ता छोड दी।देश की आजादी के लिए चलाए गए सविनय और भारत छोडो जैसे आंदोलन मे उनकी महती भूमिका रही।देश की आजादी के बाद इन्हें विधायक और विधान पार्षद भी बनाया गया लेकिन आजादी के बाद देश की कुव्यवस्था ने इन्हें ऐसा झकझोरा कि इन्होंने एमएलए के पद से
त्यागपत्र दे दिया।देश की आजादी के लिए चलाए गए आंदोलन के दौरान ये चार बार जेल भी गए और सात साल तक जेल की सजा भी काटी।वे समाज व राष्ट्र के सच्चे नायक थे।समाज व राष्ट्र के विकास मे उनकी भूमिका सराहनीय रही।निर्भय प्रताप सिंह ने कहा कि कुमार कालिका प्रसाद सिंह के विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है और उनके पदचिन्हों पर चलकर ही हम देश के विकास मे अपनी भूमिका निभा सकते हैं।



