यूनिसेफ टीम ने झाझा में जानी जमीनी हकीकत, ग्रामीणों से लिया स्वास्थ्य सेवाओं का फीडबैक।
जमुई झाझा

झाझा- स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक स्थिति जानने के लिए बुधवार को यूनिसेफ की राज्य स्तरीय टीम झाझा के ग्रामीण इलाकों में पहुँची। टीम में विदेश से आई यूनिसेफ की चीफ फील्ड ऑफिसर (सीएफओ) मारग्रेट और हेल्थ ऑफिसर रेखा राज शामिल थीं।
टीम ने कठबजरा समेत कई गाँवों का दौरा किया और ग्रामीणों के बीच बैठकर उनकी राय जानी। बातचीत में लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े अपने अनुभव साझा किए और ज़रूरतें बताईं। ग्रामीणों ने खासकर प्राथमिक उपचार और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने की मांग रखी।
हेल्थ ऑफिसर रेखा राज ने ग्रामीणों को यूनिसेफ की पहल और योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “यूनिसेफ बच्चों और माताओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए निरंतर काम कर रहा है। टीकाकरण, पोषण, स्वच्छता और कुपोषण से बचाव हमारी प्राथमिकता है।” इसी क्रम में सीएफओ मारग्रेट ने स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने टीकाकरण की व्यवस्था देखी और एएनएम से बातचीत कर चुनौतियों व उपलब्धियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती और सामुदायिक सहयोग से ही बेहतर परिणाम संभव हैं।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरुण कुमार, बीएचएम सुभाष चंद्र, एचएम नवनीत कुमार, बीसीएम निधि कुमार तथा यूनिसेफ की शिवानी मौजूद रहीं। टीम ने स्वास्थ्यकर्मियों से टीकाकरण अभियान और पोषण योजनाओं की अद्यतन जानकारी ली। ग्रामीणों ने इस मौके पर खुलकर बातचीत की और कहा कि यूनिसेफ जैसी संस्थाओं का सीधा संवाद भरोसा जगाता है। उनका मानना है कि इस तरह की पहल से स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और सुधार दोनों संभव होंगे।




