बाल विकास परियोजना पदाधिकारी विभा कुमारी के दिशा-निर्देश पर चानन प्रखंड के विभिन्न आंगनवाड़ी केन्द्रों पर मिलने वाली सेवाओं का सामाजिक अंकेक्षण।
समय पर केंद्र चलावे और त्रुटि करने वाले सेविकाओं पर होगी कार्रवाई।

लखीसराय – लखीसराय जिले के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी विभा कुमारी के दिशा-निर्देश पर चानन प्रखंड के विभिन्न आंगनवाड़ी केन्द्रों पर मिलने वाली सेवाओं का सामाजिक अंकेक्षण यानी सोशल ऑडिट किया गया।
इस दौरान संग्रामपुर पंचायत में सोशल ऑडिट महिला पर्यवेक्षिका सोनी कुमारी एवं वार्ड सदस्य पिन्टु कुमार के द्वारा केंद्र संख्या 252 सेविका क्रांति सिंह, केंद्र संख्या 203 रूबी रानी, केंद्र संख्या 202 पूनम देवी, केंद्र संख्या 204 शर्मिला कुमारी, 277 पर चंद्रप्रभा भारती, केंद्र संख्या 200 रीता कुमारी, केंद्र संख्या 201 रेखा कुमारी के केंद्रों पर महिला पर्यवेक्षिका सोनी कुमारी के द्वारा सोशल ऑडिट संपन्न हुआ।
वही केंद्र संख्या 323 पर ललिता देवी, 185 पर फूल कुमारी, 188 पर प्रतिमा कुमारी, 184 पर बिना कुमारी, 190 बेबी कुमारी, 151 पर शोभा कुमारी, 180 पर आरती कुमारी सहित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सोशल ऑडिट किया गया। सभी केंद्रों पर वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में सोशल ऑडिट संपन्न हुआ। इस दौरान उपस्थित लाभुक बच्चों के माता-पीताओं से कहा गया कि गरीब पिछड़े व दवे कुचले लोगों के सर्वांगीण विकास में आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सेविकाओं ने कहा कि कपोषित व अति कुपोषित बच्चों गर्भवती शिशुवती व किशोरी के लिए पौष्टिक पूरक पोषाहार उपलब्ध कराई जाती है। सीडीपीओ विभा कुमारी ने कहा की बच्चों के विकास को लेकर बने आंगनबाड़ी केदो पर शत-प्रातिशत सरकारी निर्देशों का पालन किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र का मूल मकसद बच्चों में मृत्यु दर रुकना, कुपोषण एवं विद्यालय से बाहर रहने वाले की संख्या को कम करना, बच्चों की स्वास्थ्य की स्थिति एवं पोषण में सुधार करना तथा समुचित पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से माता की क्षमता का विकास करना है ताकि बच्चों को सामान स्वास्थ्य एवं पोषण आवश्यकताओं का ध्यान रखा जा सके। इसके साथ सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देश दिया गया कि समय पर केंद्र चलावे और त्रुटि करने वाले सेविकाओं पर कार्रवाई की जाएगी।




