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महिला सशक्तिकरण योजनाओं से आत्मनिर्भर होती महिलाओं के द्वारा साझा की जा रही सफलता की कहानियों से गाँव-गाँव गुंजायमान।

जमुई

जमुई – महिला संवाद कार्यक्रम में राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण योजनाओं से आत्मनिर्भर होती महिलाओं के द्वारा साझा की जा रही सफलता की कहानियों से गाँव-गाँव गुंजायमान हो रहा है।इसके अलावे संवाद कार्यक्रम में योजनाओं की मिल रही जानकारी से महिलाएं न सिर्फ सशक्त हो रही हैं,बल्कि वे अपने गाँव-समाज के विकास के लिए मुखर होकर अपनी-अपनी आकांक्षाएं भी व्यक्त कर रही हैं।

इस कार्यक्रम ने महिलाओं को एक बहुउद्देशीय मंच प्रदान किया है,जहाँ महिलाएं उत्साह के साथ शामिल होकर अपने गाँव के विकास को लेकर आवाज बुलंद कर रही हैं।संवाद कार्यक्रम में जीविका व अन्य योजनाओं से लाभान्वित महिलाओं की कहानियां दूसरों के लिए मिसाल बन रही हैं।

जिले के 22 गाँव में प्रतिदिन कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है, जिसमें प्रत्येक स्थलों पर 200 से 300 महिलाएं शामिल हो रही हैं।जमुई सदर प्रखंड के अड्सार पंचायत के लोहरा ग्राम निवासी गायत्री देवी बताती है की जीविका से जुड़कर उसे बहुत लाभ मिला है।सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत रोजगार करने के लिए सिलाई मशीन खरीदकर दिया गया।

जिससे वह सिलाई काम करती है और सुजनी भी बनाती हैं औ मनिहारी दुकान भी चलाती हैं।गायत्री देवी दिव्यांग है,उन्हें सरकार की तरफ से ट्राईसाइकिल भी मिला है। महिला संवाद कार्यक्रम में अपनी आकांक्षा व्यक्त करते हुए गायत्री देवी कहती हैं कि वार्ड नंबर 11 में उसके घर के आस-पास व गली में कचरा जमा रहता है, जिससे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पर रहा है।लोहरा गाँव की ही परवीन खातून जीविका से जुड़कर सतत जीविकोपार्जन योजना का लाभ पाकर अपना और परिवार का भरण-पोषण अच्छे से कर रही हैं। संवाद कार्यक्रम में अपनी दास्ताँ सुनाते हुए परवीन खातून कहती हैं, कि जीविका परियोजना की वजह से आज हमारे जीवन में खुशिया आई है।एक समय गाँव में घूम-घूम कर सब्जी बेचकर अपनी आजीविका शुरू करने वाली परवीन खातून आज मुर्गी पालन, बकरी पालन एवं पट्टा खेत लेकर खेती भी करती हैं। इससे हो रही आमदनी से अपने पति का इलाज भी करा चुकी है।बच्चों का लालन-पालन सही से कर रही है।अच्छी आमदनी होने परवीन ई रिक्शा भी खरीद चुकी है,जो उसके पति चलाते है, इससे उन्हें अतिरिक्त आय भी होती है।परवीन खातून,गायत्री देवी के अलावे कई ऐसी महिलाएं हैं,जो जीविका से जुड़कर अपना भविष्य संवार चुकी हैं।संवाद कार्यक्रम में शम्भू जीविका से जुड़ी हुई पिंकी देवी बताती हैं कि पति की असमय मृत्यु होने के कारण घर चलाने में काफी मुश्किलें आने लगी।जीविका से जुड़कर उन्हें एसजेवाई योजना का लाभ मिला आज वह बकरी पालन व किराना दुकान के सहारे अपने दोनों बच्चों को शिक्षित भी कर रही है। जीविका में सामुदायिक पोषण संसाधन सेवी सीएनआरपी के रूप में काम कर रही सुमंती कुमारी बताती उसे बिहार सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत पोशाक राशि, छात्रवृति, कन्या उत्थान योजना,आवास योजना एवं शौचालय का भी लाभ मिला है।वह सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजना से बहुत ही खुश हैं। लक्ष्मीपुर प्रखंड के तालझाड़ी गाँव में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में शुशीला देवी भावुक होकरअपनी आकांक्षा व्यक्त करते हुए हैं कि उसे 400 रूपया वृद्धा पेंशन मिलता है,लेकिन इस महंगाई में इससे क्या होगा। सरकार इसे दो हजार करें| कार्यक्रम में महिलाओं को योजनाओं से संकलित लीफलेट और मुख्यमंत्री का सन्देश पत्र भी दिया जा रहा है।उल्लेखनीय है की 18 अप्रैल से राज्य के सभी जिलों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।महिला संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से राज्य भर में यह कार्यक्रम ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा चलाया जा रहा है।कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को जागरूक कर उन्हें योजनाओं से जोड़ना और आत्मनिर्भर बनाना है।

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