पीड़ित शिक्षक की शिकायत पर निगरानी विभाग ने बीआरसी डाटा ऑपरेटर को ₹14,000 घूस लेते किया गिरफ्तार, BEO के आवास पर भी छापेमारी।
रोहतास

रोहतास- जिले के अकोढ़ी गोला प्रखंड से बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। अकोढ़ी गोला बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स सेंटर) में कार्यरत डाटा ऑपरेटर चंदन कुमार को निगरानी विभाग की टीम ने ₹14,000 घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई
शुक्रवार को प्रयाग बीघा मोड़ के पास की गई। मामले में शिकायतकर्ता और अकोढ़ी गोला प्रखंड के मध्य विद्यालय बांक में कार्यरत शिक्षक सुनिल कुमार सिंह ने बताया कि बीआरसी में तैनात डाटा ऑपरेटर चंदन कुमार
द्वारा 10 शिक्षकों के वेतन निर्धारण के लिए कुल ₹15,000 की अवैध मांग की गई थी। शिक्षक सुनिल कुमार इस गैरकानूनी मांग को पूरा नहीं करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने इसकी सूचना निगरानी विभाग को दी। इसके बाद निगरानी टीम ने योजनाबद्ध तरीके से पूरे
ऑपरेशन को अंजाम दिया। निगरानी विभाग की टीम ने तय योजना के अनुसार शिक्षक को ₹14,000 की राशि देकर आरोपी को पकड़ने के लिए भेजा। जैसे ही चंदन कुमार ने राशि स्वीकार की, टीम ने मौके पर ही उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान टीम ने पूरी
प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई। घटना के बाद निगरानी विभाग ने इस पूरे प्रकरण से जुड़े अधिकारियों की भी जांच शुरू कर दी। टीम ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) के डेहरी के गांधी नगर स्थित अस्थायी आवास पर छापेमारी की। हालांकि छापेमारी के
दौरान BEO अपने आवास से गायब पाए गए, जिससे विभाग की कार्रवाइयों को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। निगरानी विभाग ने बताया कि पूरे मामले में विस्तृत जांच की जा रही है और आगे भी संबंधित अधिकारियों की भूमिका की पड़ताल की जाएगी। स्थानीय लोगों के अनुसार, बीआरसी स्तर पर शिक्षकों के वेतन निर्धारण और फाइलों के निपटारे में लंबे समय से भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलती रही हैं।




