पब्लिक स्कूल परिसर में दिवंगत सुरेश कुमार सिन्हा,स्वर्गीय शारदा सिन्हा, और स्वर्गीय विनोद कुमार सिन्हा की स्मृति में कंबल वितरण समारोह।
जमुई

जमुई –शुक्रवार को सुरेश सिन्हा मेमोरियल सोसाइटी के तत्वावधान में ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल परिसर में दिवंगत सुरेश कुमार सिन्हा,स्वर्गीय शारदा सिन्हा, और स्वर्गीय विनोद कुमार सिन्हा की स्मृति में कंबल वितरण समारोह का आयोजन किया गया।इस अवसर पर सैकड़ों
जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरित किए गए।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और दिवंगत आत्माओं के तैलचित्र पर माल्यार्पण से हुई।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ नीरज शाह, डॉ अंजनी सिन्हा,डॉ एस एन झा ऑक्सफोर्ड स्कूल के निदेशक डॉ.मनोज कुमार
सिन्हा,सचिव कुसुम सिन्हा, प्रकाश सिन्हा,निर्मल सिंह,प्रवीण सिन्हा,शिवांगी शरण,सुजाता सिन्हा,डॉक्टर रिंकी,राकेश कुमार रंजन,अनिल कुमार सिन्हा,नीरज सिन्हा सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया।
डॉ.मनोज कुमार सिन्हा ने अपने दिवंगत पिता स्वर्गीय सुरेश कुमार सिन्हा के समाजसेवा के कार्यों को याद करते हुए कहा,यह आयोजन उनके जीवन के आदर्शों और सेवा भावना को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है। वे हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते थे, और उनकी इसी भावना
को हम जीवित रखने का प्रयास कर रहे हैं।डॉ नीरज शाह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा,”इस भीषण ठंड में जरूरतमंदों को कंबल वितरित करना मानवता का प्रतीक है।यह कार्यक्रम समाज में दया और परोपकार की भावना को बढ़ावा देता है।आयोजकों का यह प्रयास
सराहनीय है।डॉ अंजनी सिन्हा ने बच्चों से अपील की कि वे शिक्षा के साथ-साथ समाजसेवा को भी अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।उन्होंने कहा,अच्छी शिक्षा और नेक सोच का संगम ही इंसान को महान बनाता है।हमें शिक्षा के माध्यम से अपने व्यक्तित्व का निर्माण करना है और समाज की सेवा के लिए तत्पर रहना है।कार्यक्रम का मंच
संचालन नीरज कुमार सिन्हा ने किया।इस अवसर पर अधिवक्ता मून सिन्हा,राकेश रंजन सिन्हा, ओपीएस प्राचार्य ऋतुराज सिन्हा,उप प्राचार्य शिवांगी शरण, शिक्षिका सुजाता सिन्हा,प्रेमलता कुमारी, समाजसेवी विपिन प्रकाश शरण,विकलांग संघ के अध्यक्ष संतोष पांडे,बब्लू सिंह,कृष्ण मोहन सहाय, भूपेंद्र सिन्हा और अन्य सम्मानित व्यक्तित्व उपस्थित रहे।कंबल पाकर जरूरतमंदों के चेहरे खुशी से खिल उठे।उन्होंने आयोजकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह पहल न केवल ठंड से राहत देती है, बल्कि समाजसेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत करती है।




