नरपतगंज में शिक्षिका शिवानी वर्मा हत्याकांड का अररिया पुलिस ने किया खुलासा, गलत पहचान के कारण हुई हत्या, वास्तविक लक्ष्य थी दूसरी महिला शिक्षिका।
अररिया

अररिया- नरपतगंज थाना क्षेत्र में 3 दिसंबर को हुई शिक्षिका शिवानी कुमारी वर्मा की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। अररिया एसपी अंजनी कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि यह हत्या असल लक्ष्य नहीं थी, बल्कि गलत पहचान के चलते हुई। असली निशाना प्राथमिक विद्यालय की एक अन्य महिला शिक्षिका थी,
जिसके संबंध में मुख्य साजिशकर्ता हुशनन उर्फ हुस्न आरा को शक था कि उसका पति उस शिक्षिका से अवैध संबंध रखता है। वही हत्या की मुख्य साजिशकर्ता महिला समेत को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने इस मामले में मो. मारूफ, मो. सोहेल, तथा मुख्य षड्यंत्रकर्ता हुशनन
उर्फ हुस्न आरा पति मो. साकिर को गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक देशी कट्टा, घटना में प्रयुक्त यामाहा एफजेड बाइक, अपराधियों द्वारा पहने गए कपड़े व जूते बरामद किए गए हैं। एसपी के अनुसार हुस्न आरा ने अपने पति मो. साकिर और एक महिला शिक्षिका के कथित अवैध संबंधों से नाराज़ होकर अपने सहयोगियों
राजा और छोटू के साथ मिलकर उस महिला शिक्षिका को खत्म करने की साजिश रची। राजा और छोटू ने हत्या की सुपारी 3 लाख रुपये में मारूफ और सोहेल को दी थी। साजिश के तहत लक्ष्य महिला का नाम, स्कूटी, स्कूल जाने का मार्ग और समय बताया गया था। हत्या वाले दिन असली लक्ष्य शिक्षिका अवकाश पर थीं। संयोग से दोनों
शिक्षिकाओं का घर लौटने का रास्ता एक ही और दोनों स्कूटी का उपयोग करती थीं। अपराधियों ने शिवानी वर्मा को उसी शिक्षिका के रूप में समझ लिया और कन्हैली शिव मंदिर के पास रोककर पीछे से गोली मार दी। घायल शिवानी की मौके पर ही मौत हो गई। एसआईटी द्वारा
तकनीकी जांच, सीसीटीवी फुटेज और सूचनाओं के आधार पर सबसे पहले 22 वर्षीय मो. मारूफ को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर हथियार और बाइक बरामद हुई। बाद में साथी मो. सोहेल को भी फारबिसगंज के रेफरल रोड से पकड़ा गया। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात स्वीकार की। एसपी ने फारबिसगंज
के रामपुर दक्षिण के पूर्व मुखिया पर भी गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने कांट्रैक्ट किलर्स को संरक्षण दिया था। इस संबंध में जांच जारी रहेगी। वही एसआईटी की टीम छापामारी और अन्वेषण में शामिल फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा, अररिया एसडीपीओ सुशील कुमार, डीआईयू टीम नरपतगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार, फारबिसगंज थानाध्यक्ष राघवेन्द्र कुमार सिंह, जोकीहाट थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा, फुलकाहा थानाध्यक्ष विकास कुमार मौर्य, घूरना थानाध्यक्ष मुकेश कुमार शामिल थे।



