जल-जीवन-हरियाली क्विज प्रतियोगिता आयोजित, जिला स्तरीय प्रतियोगिता हेतु 21 छात्र-छात्राएं चयनित।
लखीसराय

लखीसराय – बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित जल-जीवन-हरियाली मिशन के अंतर्गत सोमवार को लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड एवं कजरा शिक्षांचल में प्रखंड स्तरीय क्विज प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य
विद्यार्थियों में जल संरक्षण, पर्यावरण संतुलन, हरित आवरण, वर्षा जल संचयन एवं सतत विकास के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना था। सूर्यगढ़ा नगर परिषद क्षेत्र स्थित पब्लिक उच्च विद्यालय, सूर्यगढ़ा में आयोजित प्रतियोगिता का संचालन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी
परिणिता के मार्गदर्शन एवं नोडल शिक्षक पीयूष कुमार झा की देखरेख में किया गया। इस प्रतियोगिता में सूर्यगढ़ा प्रखंड के विभिन्न उच्च विद्यालयों से कुल 81 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। वहीं कजरा शिक्षांचल के उच्च
माध्यमिक विद्यालय, कजरा में आयोजित प्रतियोगिता में 75 छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही। इस प्रकार दोनों शिक्षा अंचलों से कुल 156 छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। क्विज प्रतियोगिता में जल-जीवन-हरियाली मिशन, पर्यावरण संरक्षण, जल स्रोतों का
संरक्षण, वृक्षारोपण, जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन तथा स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित 25-25 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गए। परीक्षा ओएमआर शीट के माध्यम से संपन्न कराई गई, जिससे मूल्यांकन प्रक्रिया पारदर्शी एवं निष्पक्ष रही। प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता के
परिणामस्वरूप सूर्यगढ़ा प्रखंड से 12 तथा कजरा शिक्षांचल से 9 छात्र-छात्राओं का चयन जिला स्तरीय क्विज प्रतियोगिता के लिए किया गया। चयनित प्रतिभागी आगामी शुक्रवार को आयोजित होने वाली जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे, जहां जिले के सभी प्रखंडों से चयनित विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इस
अवसर पर नोडल शिक्षक पीयूष कुमार झा ने जानकारी देते हुए बताया कि जल-जीवन-हरियाली मिशन के तहत जिले के प्रत्येक प्रखंड में चरणबद्ध तरीके से क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, ताकि अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को इस अभियान से जोड़ा जा सके। उन्होंने बताया कि मंगलवार को बड़हिया एवं पिपरिया प्रखंड में भी प्रखंड स्तरीय क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता के सफल आयोजन में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं, शिक्षा विभाग के कर्मियों एवं आयोजन से जुड़े सभी पदाधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण एवं जल बचाव के प्रति संकल्प लेने हेतु प्रेरित किया गया।




