“जल–जीवन–हरियाली दिवस” का उद्देश्य जल संरक्षण, पर्यावरण संवर्धन और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देते हुए जिला स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा एवं प्रसार करना।
लखीसराय

लखीसराय – मंगलवार दिनांक 02.12.2025 को जिला पदाधिकारी श्री मिथिलेश मिश्र की अध्यक्षता में “जल–जीवन–हरियाली दिवस” का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण, पर्यावरण संवर्धन और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देते हुए जिला स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा एवं प्रसार
करना था। इस बार चर्चा का केंद्रीय विषय पंचायती राज विभाग के अंतर्गत कुओं का जीर्णोद्धार, स्वच्छता संरचनाओं का निर्माण तथा जल संरक्षण से जुड़े कार्य रहे। सभी अधिकारियों ने जल संरक्षण, हरित आवरण बढ़ाने तथा दायित्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन की दिशा में अपने-अपने विभागों द्वारा किए गए कार्यों एवं आगामी योजनाओं पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। इस अवसर पर पंचायती राज विभाग, पटना द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया, जिसमें राज्य स्तर के निर्देशों और सफल मॉडलों की
जानकारी साझा की गई। जिला पदाधिकारी ने जल–जीवन–हरियाली अभियान को जनभागीदारी से जोड़ने पर बल देते हुए कहा कि पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में यह कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण है और प्रत्येक पंचायत को अपने स्तर पर निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। जिला स्तर पर पंचायती राज विभाग द्वारा किए गए प्रमुख कार्यों की समीक्षा भी की गई। अब तक 395 कुओं का जीर्णोद्धार,188 स्वच्छता संरचनाओं एवं जल संरक्षण से संबंधित निर्माण तथा 1 प्रमुख चेक डैम (Check Dam) का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है। इन संरचनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों में जल संचयन क्षमता बढ़ी है, भू-जल स्तर में सुधार हो रहा है तथा पेयजल एवं सिंचाई के स्रोत सुदृढ़ हुए हैं। जिला पदाधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि जल–जीवन–हरियाली अभियान के सभी घटकों को समयबद्धता के साथ धरातल पर उतारा जाए। साथ ही, पंचायतों में जनजागरूकता अभियान चलाकर लोगों को वर्षा जल संचयन, पौधारोपण, प्लास्टिक मुक्त वातावरण और स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने का आह्वान किया।




