गिद्धौर में मध्याह्न भोजन योजना का पायलट प्रोजेक्ट बंद, प्रधानाध्यापकों को फिर सौंपी जाएगी जिम्मेदारी।
जमुई गिद्धौर

गिद्धौर- जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय, जमुई (मध्याह्न भोजन योजना) की ओर से एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया गया है। इसके तहत प्रखंड गिद्धौर में व्यवस्थापक एवं सहायक व्यवस्थापक के माध्यम से
संचालित मध्याह्न भोजन योजना के पायलट प्रोजेक्ट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, मध्याह्न भोजन योजना, जमुई दया शंकर द्वारा पत्रांक 14.50/जमुई, दिनांक 12 दिसंबर 2025 को प्रखंड साधन सेवी, गिद्धौर
को निर्देश जारी किए गए हैं। जारी पत्र में बताया गया है कि प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों को मध्याह्न भोजन योजना के संचालन से मुक्त रखने के उद्देश्य से गिद्धौर प्रखंड में यह योजना एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में व्यवस्थापक एवं सहायक व्यवस्थापक के माध्यम से
चलाई जा रही थी। इस नई व्यवस्था का अनुश्रवण एवं मूल्यांकन निदेशालय स्तर से कराया गया था। मूल्यांकन रिपोर्ट के अवलोकन से यह तथ्य सामने आया कि पायलट प्रोजेक्ट लागू होने के बावजूद प्रधानाध्यापकों और प्रधान शिक्षकों का बहुमूल्य समय अब भी मध्याह्न
भोजन योजना के संचालन में व्यतीत हो रहा है। इससे विद्यालयों की नियमित शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हो रही थीं। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए निदेशक, मध्याह्न भोजन योजना, बिहार, पटना के पत्रांक 3339 दिनांक 11.12.2025 के आलोक में निर्णय लिया गया कि जिले में व्यवस्थापक एवं सहायक व्यवस्थापक के
माध्यम से चल रहे पायलट प्रोजेक्ट को बंद किया जाए। आदेश में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि प्रखंड गिद्धौर अंतर्गत सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों के नामों की सूची शीघ्र उपलब्ध कराई जाए। यह सूची इसलिए मांगी गई है ताकि मध्याह्न भोजन योजना से संबंधित बचत खाता में संचालित नामों का आवश्यक संशोधन जल्द से जल्द किया जा सके। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने प्रखंड स्तर के अधिकारियों से आदेश का त्वरित अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है। इस निर्णय के बाद गिद्धौर प्रखंड के विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना की व्यवस्था में पुनः बदलाव होगा, जिसका सीधा असर विद्यालय प्रशासन और शैक्षणिक कार्यों पर पड़ने की संभावना है।




