चानन प्रखंड कार्यालय में एसडीओ की अहम बैठक, नल-जल योजना व राजस्व मामलों में तेजी लाने का निर्देश,कर्मी को लगा फटकार।
लखीसराय

चानन (लखीसराय)- गुरुवार 18 नवंबर की दोपहर लखीसराय के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) प्रभाकर कुमार की एक महत्वपूर्ण बैठक प्रखंड कार्यालय चानन में आयोजित की गई। बैठक में पीएचईडी (लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग) एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों
के साथ विभिन्न जनहितकारी योजनाओं की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान एसडीओ ने नल-जल योजना को लेकर सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जिन पंचायतों में नल-जल योजना के तहत पेयजल आपूर्ति बाधित है या
नल-जल खराब पड़े हैं, वहां शीघ्र समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एसडीओ ने बताया कि नल-जल योजना की वास्तविक स्थिति जानने के लिए वे स्वयं तमाम पंचायतों का भ्रमण करेंगे।
यदि निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। बैठक में पीएचईडी विभाग के पदाधिकारी दिलीप कुमार भी मौजूद रहे। वहीं राजस्व विभाग से जुड़े मामलों की समीक्षा करते हुए एसडीओ ने म्यूटेशन (दाखिल-खारिज)
कार्य में लगातार हो रही देरी पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि म्यूटेशन के मामलों में अत्यधिक पेंडिंग रहने से आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए इस प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। एसडीओ ने कहा कि राजस्व कार्यों में सुधार के लिए
संबंधित कर्मचारियों की विशेष क्लास (प्रशिक्षण) भी आयोजित की जाएगी, ताकि कार्य प्रणाली को बेहतर और समयबद्ध बनाया जा सके। बैठक में विभिन्न विभागों के पदाधिकारी एवं पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से बीडीओ प्रिया कुमारी, आरओ/एमओ
अंजली कुमारी, आरओ मुकेश कुमार वर्णवाल, बीसीओ देवेंद्र कुमार, बीडब्ल्यूओ गौतम कुमार, कृषि विभाग के बीएओ पदाधिकारी योगेश कुमार, संग्रामपुर पंचायत मुखिया दीपक सिंह, महेशलेटा पंचायत पप्पू साव, गोहरी पंचायत रवि राम, मलिया पंचायत डब्लू पासवान,
जानकीडीह मुखिया प्रतिनिधी उचित यादव, ईंटोंन पंचायत यशोदा देवी, कुंदर पंचायत मुखिया प्रतिनिधि राहुल कुमार समेत अन्य कर्मी शामिल हुए। बैठक के अंत में एसडीओ ने सभी विभागीय अधिकारियों को आपसी
समन्वय के साथ कार्य करने और आम जनता से जुड़े मामलों का समय पर निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।




