भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के जन्म दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा पौधारोपण।
लखीसराय

लखीसराय – भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के जन्म दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा पौधारोपण हुआ। पौधारोपण का नेतृत्व संजीत कुमार यादव ने किया। पर्यावरण भारती के संस्थापक, पर्यावरण संरक्षण
गतिविधि के प्रांत संयोजक और अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली सदस्य राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि जंगलों की अंधाधुंध कटाई के कारण जलवायु परिवर्तन हुआ है। इंडोनेशिया में भीषण बारिश के कारण बाढ़ जैसा
तबाही से 1,000 से अधिक मानव की मौत हुई है। ब्राजील में भी बारिश से तबाही हुई है। रूस उक्रेन महायुद्ध के 4 वर्ष हो गए। इससे भी पर्यावरण प्रदूषित हुआ है। अभी-अभी कंबोडिया- थाइलैंड में युद्ध चल रहा
है। हमास-इजराइल युद्ध विराम प्रभावी नहीं है।बांग्लादेश में भी गृहयुद्ध बनी हुई है।भविष्यवक्ता बाबा वेंगा ने बताया है–” संसार बारूद के ढेर पर है। इससे जलवायु परिवर्तन होगा। दुनिया में तबाही होगी। संसार से मानव
जीवन डायनासोर के तरह समाप्त हो जायेंगे। ” अतः पर्यावरण संरक्षण हेतु अपने घरों के आसपास कम से कम 10 पेड़ अवश्य लगायें। 5 वर्षों तक सुरक्षित करें। दूसरा कोई विकल्प नहीं है। वृक्षों की कटाई से वायु
प्रदूषित हुआ है। प्राकृतिक ऑक्सीजन की किल्लत हुई है।वायु ही प्राण का मूल आधार है। दिल्ली में 400 AQI वाय प्रदूषित है। इससे मानव को साँस लेने में कठिनाई हो रही है। पर्यावरण भारती मानव कल्याण हेतु ही 2008 से लगातार वृक्षारोपण अभियान चला रहा है। महापुरुषों के जन्म दिवस पर पौधारोपण कर के पर्यावरण संतुलन हेतु
पर्यावरण भारती छोटा सा गिलहरी प्रयास कर रहा है। शाण्डिल्य ने बताया कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। उनकी माता जी श्रीमती कृष्णा देवी तथा पिताजी कृष्ण बिहारी वाजपेई थे। उनकी शिक्षा राजनीति विज्ञान में एम0 ए0 थी। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ने के बाद पत्रकार, कवि, लेखक एवं एक प्रखर वक्ता हुए। वे 9 बार लोक सभा के सांसद तथा 2 बार राज्य सभा सांसद हुए। 1994 में सर्वश्रेष्ठ सांसद, 1992 में पद्म विभूषण और बाद में भारत रत्न से अटल जी को सम्मानित किया गया। वे गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री 3 बार हुए।अटल बिहारी वाजपेई जी पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री होते हुए 5 वर्ष का कार्य कल पूरा किये। 1998 में अटल जी के नेतृत्व में भारत परमाणु संपन्न राष्ट्र हुआ। उनका देहावसान 16 अगस्त 2018 को हुआ। अटल जी के जन्म दिवस को भारत सरकार सुशासन दिवस मनाता है। उनकी प्रमुख कविता है—“टूटे हुए सपनों की कौन सुने सिसकी, अन्दर की चीर व्यथा पलकों पर ठिठकी। हार नहीं मानूँगा, रार नहीं ठानूँगा,काल के कपाल पे लिखता मिटाता हूँ। गीत नया गाता हूँ। ” ऐसे महानुभाव के जन्म दिवस पर पौधारोपण महत्वपूर्ण कार्य है। पर्यावरण भारती के पौधारोपण कार्यक्रम में संजीत कुमार यादव, ऋचा कुमारी, रेणु देवी, विवेक कुमार, दीपक कुमार, अक्षत राज, राम बिलास शाण्डिल्य, जय प्रकाश शर्मा, पीयूष, आशीष, मनीष,आयूष इत्यादि ने भाग लिए।



