अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद फुटपाथ पर दुकान लगाकर जीवनयापन करने वाले सैकड़ों दुकानदारों के सामने रोजी–रोटी का गंभीर संकट खड़ा।
जमुई झाझा

झाझा (जमुई) – जिला प्रशासन के आदेश पर नगर क्षेत्र के रेलवे परिसर, मुख्य बाजार सहित अन्य स्थानों पर चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद फुटपाथ पर दुकान लगाकर जीवनयापन करने वाले सैकड़ों दुकानदारों के सामने रोजी–रोटी का गंभीर संकट खड़ा
हो गया है। इसी समस्या को लेकर रविवार को चैती दुर्गा मंदिर परिसर में झाझा नगर फुटपाथ विक्रेता संघ की अगुवाई में फुटकर दुकानदारों की एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता चक्रधारी यादव
ने की, जबकि संचालन संघ के सचिव भैयालाल माथुरी ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए चक्रधारी यादव ने कहा कि अतिक्रमण हटने के बाद छोटे–छोटे फुटपाथ दुकानदारों के सामने परिवार के भरण–पोषण की चिंता खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा कि गरीब और मध्यम वर्ग के
लोग बड़े दुकानों से महंगे दामों पर सामान नहीं खरीद पाते थे, ऐसे में फुटपाथ दुकानें उनके लिए सस्ता और सुलभ विकल्प थीं। अब दुकानों के हटने से न सिर्फ दुकानदार बेरोजगार हुए हैं, बल्कि आम गरीब उपभोक्ताओं पर भी आर्थिक बोझ बढ़ गया है। संघ के
सचिव भैयालाल माथुरी ने कहा कि झाझा का हाट वर्षों से रेलनगरी से लेकर मुख्य बाजार तक लगता रहा है, जहां दूर–दराज के ग्रामीण क्षेत्र से लोग आकर फुटपाथ पर दुकान लगाकर किसी तरह अपना जीवनयापन करते थे। अतिक्रमण अभियान के बाद सैकड़ों परिवारों के सामने भुखमरी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने
बताया कि वर्ष 2018 में सरकार की ओर से वेंडर जोन बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी और झाझा नगर परिषद में टाउन वेंडिंग जोन कमेटी का गठन भी हुआ, लेकिन पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण यह योजना अब तक धरातल पर नहीं उतर सकी। सचिव ने मांग की कि सरकारी जमीन पर फुटपाथ दुकानदारों के लिए स्थायी स्थल उपलब्ध कराया जाए, ताकि उन्हें रोजगार का सुनिश्चित स्थान मिल सके। उन्होंने रेलवे प्रशासन और जिला पदाधिकारी से आग्रह किया कि रेलवे परिसर के अलावा नगर परिषद क्षेत्र के फांडी चौक, पुरानी बाजार रेंजर ऑफिस, जेसी साहा रोड सहित अन्य खाली सरकारी जमीनों पर दुकानें बनाकर फुटपाथ विक्रेताओं को आवंटित किया जाए। बैठक में चांदनी देवी, काजल देवी, रिंकी देवी, सीमा देवी, अनूप प्रसाद, अनिल कुमार, बंटी तुरी, विनोद कुमार रावत, ब्रह्मदेव रावत, सियाराम, रंगू मेहता, उषा देवी, राजकुमार, महेंद्र मलिक, पार्वती देवी, सोनू कुमार बरनवाल, बजरंगी झा, छोटे बाबू, दीपक कुमार शर्मा, पंकज कुमार, शाहिद समेत सैकड़ों फुटपाथ विक्रेता उपस्थित रहे।




