प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ने मंच से गमछा लहराकर जनता और नवगठित मंत्रिमंडल का अभिवादन किया, गांधी मैदान “जय श्रीराम” के नारों से भर उठा।
पटना

पटना- पटना की राजनीति में बुधवार का दिन एक बार फिर इतिहास लेकर आया, जब पटना के गांधी मैदान में नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। विशाल मैदान में उमड़ी अभूतपूर्व भीड़ ने इस समारोह को ऐतिहासिक और खास बना दिया। महिलाओं, युवाओं और ग्रामीण इलाकों से आए लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। मंच पर मौजूद नेताओं के बीच राज्यपाल के समक्ष शपथ ग्रहण की प्रक्रिया संपन्न हुई, जबकि मैदान तालियों और नारों से गूंज उठा। समारोह की विशेषता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी रही। उन्होंने मंच से गमछा लहराकर जनता और नवगठित मंत्रिमंडल का अभिवादन किया। उनके अभिवादन के साथ ही गांधी मैदान “जय श्रीराम” के नारों से भर उठा, जिसने माहौल को और ऊर्जा से भर दिया। इधर, नालंदा में खुशी की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री के पैतृक गांव कल्याण बीघा में ग्रामीणों ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया और इसे ‘ऐतिहासिक क्षण’ बताया। माता परमेश्वरी देवी, पिता स्वर्गीय राम लखन सिंह और पत्नी स्वर्गीय मंजू देवी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर ग्रामीणों ने अपनी खुशी जताई। स्थानीय लोगों ने नीतीश कुमार को ‘विकास पुरुष’ और ‘बिहार का गर्व’ बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में राज्य लगातार प्रगति की राह पर है। युवाओं ने रोजगार और पलायन जैसी समस्याओं के समाधान की उम्मीद व्यक्त की। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बधाई देते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार बिहार को नई गति देगी। उन्होंने आधारभूत संरचनाओं में हुए कार्यों को सराहते हुए आने वाले दिनों में और तेजी से विकास का विश्वास जताया। यह दिन बिहार के लिए ऐतिहासिक और उत्साह से भरपूर रहा।




