लखीसराय में आयोजित राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता (अंडर-14, अंडर-17 एवं अंडर-19) का सफल समापन।
लखीसराय

लखीसराय – लखीसराय में 19 नवम्बर 2025 से आरंभ हुई तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का समापन आज उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ। इस खेल महोत्सव में कुल 27 टीमों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई, जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से आए प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों ने अपनी उत्कृष्ट खेल
प्रतिभा, अनुशासन और खेलभावना का शानदार प्रदर्शन किया। पूरे तीन दिनों तक कबड्डी के रोमांचक मुकाबलों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध रखा और खेल मैदान में उत्साह एवं जोश का अनूठा वातावरण देखने को मिला।
प्रतियोगिता के अंतिम दिन 21 नवम्बर को तीनों आयु वर्गों—अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19— में फ़ाइनल मुकाबले खेले गए। खिलाड़ियों के बीच आक्रमण और बचाव की रणनीतियों, फुर्ती, दक्षता तथा टीम भावना ने खेल को और भी प्रतिस्पर्धात्मक बना दिया।
अंडर-14 वर्ग में मुंगेर एवं पटना के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया। अंडर-17 वर्ग में पटना एवं दरभंगा के बीच फाइनल हुआ। वहीं अंडर-19 वर्ग में मुंगेर एवं तिरहुत के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया।
स्थानीय दर्शकों, खेल प्रेमियों, अभिभावकों तथा विद्यालयों के छात्रों ने भारी संख्या में पहुँचकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। दर्शकों की तालियों और समर्थन ने खिलाड़ियों का मनोबल और ऊँचा किया, जिससे खेल में और अधिक ऊर्जा व प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।
आज आयोजित फाइनल मुकाबलों में अंडर-14 वर्ग में मुंगेर(45-32), अंडर-17 वर्ग में पटना(42-28), तथा अंडर-19 वर्ग में तिरहुत(49-40) ने जीत हासिल की।विजेता टीमों को ट्रॉफी और मेडल से सम्मानित किया गया तथा प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र और तकनीकी ऑफिसियल को मोमेंटो प्रदान किए गए।
फाइनल मुकाबले से पूर्व जिला पदाधिकारी श्री मिथिलेश मिश्र और पुलिस अधीक्षक श्री अजय कुमार ने स्टेडियम पहुँचकर खिलाड़ियों से हाथ मिलाकर उनका उत्साहवर्धन किया।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी लखीसराय ने विजेता टीमों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि खेल न केवल शारीरिक सुदृढ़ता का माध्यम है, बल्कि अनुशासन, टीम भावना और सकारात्मक सोच को भी बढ़ावा देता है।
उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन युवा पीढ़ी को नशा और नकारात्मक गतिविधियों से दूर रखते हुए उन्हें एक स्वस्थ और लक्ष्यपूर्ण दिशा प्रदान करते हैं। जिला खेल पदाधिकारी ने अपने समापन अभिभाषण में कहा कि कबड्डी जैसे परंपरागत भारतीय खेल खिलाड़ियों में
आत्मविश्वास, साहस और त्वरित निर्णय क्षमता विकसित करते हैं, जो उनके संपूर्ण व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन भविष्य में भी ऐसे राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजनों को बढ़ावा देता रहेगा ताकि जिले के युवाओं को अधिक अवसर और मंच प्राप्त हो सके।




