
लखीसराय – किऊल रेलवे जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या 3 और 4 के बीच स्थित पार्सल ऑफिस में बुधवार दोपहर लगभग 2 बजे अचानक आग लग गई। घटना के बाद
स्टेशन परिसर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और कामकाज तत्काल रोक दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग सबसे पहले पुराने भवन के एक कमरे से
उठी और कुछ ही मिनटों में आसपास के अन्य कार्यालयों तक फैल गई। ये सभी भवन अंग्रेजी शासनकाल में बने थे और वर्तमान में रेलवे के कई महत्वपूर्ण विभाग इन्हीं
कमरों से संचालित हो रहे थे। आग लगते ही स्टेशन कर्मियों ने तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी। करीब कुछ ही देर में दमकल की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं
और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। आग पर काबू पाने में लगभग चार से पाँच घंटे का समय लग गया। इस दौरान स्थानीय लोग भी रेलवे स्टाफ की मदद के लिए
बाल्टियों से पानी फेंकते दिखे। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, हालांकि तकनीकी अधिकारियों का प्राथमिक अनुमान है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से घटना
हुई हो सकती है। घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुँचे और राहत व बचाव कार्य की समीक्षा की।
रेलवे प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से जांच समिति गठित कर दी है। नुकसान का आकलन जारी है, लेकिन प्रारंभिक अनुमान के अनुसार पार्सल ऑफिस में रखी कई सामग्री, जिनकी डाक द्वारा डिलीवरी होनी थी, जलकर
नष्ट हो गई है। आग की वजह से कई ट्रेनों के परिचालन पर भी असर पड़ा और उन्हें विलंब से चलाना पड़ा। यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए अतिरिक्त स्टाफ
तैनात किया गया। रेलवे प्रशासन ने कहा है कि विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारण और क्षति का अनुमान स्पष्ट हो सकेगा।



