जमुई चैंबर ऑफ कॉमर्स में वित्तीय घोटाले का आरोप, पूर्व सचिव पर 1.80 लाख रुपये की अवैध निकासी का आरोप।
जमुई

जमुई – जमुई चैंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान चैंबर के वर्तमान पदाधिकारियों ने पूर्व सचिव पर गंभीर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में चैंबर के अध्यक्ष सुनील कुमार बर्नवाल, सचिव नितेश कुमार केशरी, कोषाध्यक्ष अमित कुमार उर्फ टिंकू, उपाध्यक्ष घंटी साह, सह सचिव बंटी साह सहित दर्जनों सदस्य मौजूद थे। अध्यक्ष सुनील बर्नवाल ने आरोप लगाया कि पूर्व
सचिव शंकर साह उर्फ संजय कुमार गुप्ता ने सत्र 2022–24 के दौरान चैंबर के सदस्यों से जमा राशि की अवैध निकासी कर ली। उन्होंने यूको बैंक खाता संख्या 12180110001547 का स्टेटमेंट प्रस्तुत करते हुए दावा किया कि चैंबर के खाते से चुनाव से ठीक पहले अचानक 1.80 लाख रुपये निकाले गए। इनमें 24 सितंबर को एक लाख रुपए तथा 25 सितंबर को 80 हजार रुपए की निकासी शामिल है। उनका कहना है कि खाते में अब मात्र 5,000 रुपये शेष बचे हैं। अध्यक्ष ने बताया कि नए कार्यकारिणी का गठन 25 सितंबर 2025 को हुआ था, और चुनाव से ठीक पहले की गई यह निकासी संदेह पैदा करती है। उन्होंने बताया कि पूर्व अध्यक्ष नीतीश कुमार, पूर्व सचिव शंकर साह एवं पूर्व कोषाध्यक्ष चंद्रकांत भगत से कई बार मौखिक और दो बार लिखित पत्र देकर आय-व्यय का पूरा विवरण मांगा गया, लेकिन अब तक कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है। पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान संरक्षक नीतीश कुमार ने कहा कि बैंक से किसी भी राशि की निकासी सचिव और कोषाध्यक्ष के संयुक्त हस्ताक्षर से होती है, और इस मामले की कोई जानकारी उन्हें नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह मामला स्पष्ट रूप से घोटाले जैसा प्रतीत होता है। पिछले तीन वर्षों में कुल कितना पैसा निकाला गया, इसकी भी जांच आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व सचिव ने न केवल वित्तीय विवरण नहीं दिया, बल्कि चैंबर के रजिस्टर और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जमा नहीं किए। वर्तमान पदाधिकारियों का आरोप है कि पूर्व सचिव अब अलग संगठन बनाकर व्यापारियों में मतभेद और भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। अध्यक्ष सुनील कुमार बर्नवाल ने कहा कि यह पैसा जमुई के व्यवसायियों का है। अवैध निकासी कर गबन करना गंभीर अपराध है। हम इस संबंध में नियमों के अनुसार कानूनी कार्रवाई करेंगे। प्रेस वार्ता के बाद चैंबर के सदस्यों ने मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही की मांग की है। मामले के सामने आने से शहर के व्यापारिक समुदाय में रोष और चिंता का माहौल है।




