एनडीए को मिला जनादेश जनता की अपेक्षाओं का आईना: प्रो.गौरी शंकर, नीतीश की वापसी बिहार में विकास यात्रा का नया अध्याय प्रारंभ ।
जमुई

जमुई:- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के रुझानों के अनुसार एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला है। अब 10वीं बार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन की भारी जीत पर जमुई के बुद्धिजीवियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कुमार कालिका मेमोरियल महाविद्यालय के स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गौरी शंकर पासवान ने एनडीए को बधाई देते हुए कहा कि 14 नवंबर 2025 का दिन बिहार की राजनीति में एक नया इतिहास व कीर्तिमान रच दिया है। बिहार की जनता ने एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व और एनडीए गठबंधन पर अपना विश्वास जगाया है। यह जनादेश सिर्फ एक चुनावी परिणाम नहीं बल्कि 20 वर्षों की विकास यात्रा का जन्म मूल्यांकन है। एनडीए को मिला जनादेश जनता की अपेक्षाओं का आईना है। इस बार आईना साफ कह रहा है कि बिहार को आगे बढ़ना है। वर्ष 2047 इसे विकसित राज्य बनाना है। नीतीश महान नेता है जो जनता के विश्वास को अपनी जिम्मेदारी मानते हैं जल्दी यह जिम्मेदारी पूरे ईमानदारी के साथ निभाई गई तो आने वाले 20 वर्ष में बिहार को विकास की मिसाल बना सकते हैं। नीतीश की विकास गाथा प्यारी, जनता ने फिर मोहर लगाई सारी। नीतीश की पुनर्वापसी सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि विश्वास, विकास और व्यवस्था की पुनर्स्थापना है। पुनर्वापसी राज्य के लिए नई ऊर्जा लेकर आएगी। लेकिन यह भी स्वीकार करना होगा कि चुनौतियां पहले से भी कहीं अधिक जटिल हैं। जैसे बेरोजगारी,पलायन उद्योगों की कमी अभी भी बड़ा प्रश्न है। कृषि आधारित उद्योग को तकनीकी क्षेत्र से जोड़ना आवश्यक है। शिक्षा संस्थानों में गुणवत्ता और व्यवसायिकता बढ़ाने की जरूरत है। सबसे महत्वपूर्ण युवाओं को बिहार में रहकर बिहार बनाने का अवसर देना है। यदि इन क्षेत्रों पर सशक्त नीति और ईमानदार क्रियान्वयन हुआ तो निश्चित रूप से बिहार गुजरात और हरियाणा जैसे विकसित राज्यों की श्रेणी में आगामी दो दशकों में यानी 2047 तक शामिल हो सकता है।
प्रो. देवेंद्र कुमार गोयल ने कहा कि जनता ने दिखा दिया कि बिहार अब जाति की नहीं, विकास के नाम पर वोट देती है। नीतीश कुमार ने (एनडीए) विश्वास और विकास के बीज बोए थे। उसी के परिणाम स्वरूप आज विजय श्री का वृक्ष खिला है। बिहार की विकास गाथा में नीतीश कुमार का नाम एक अध्याय हीन हीं, एक युग है। जनादेश सिर्फ वोट नहीं जनता का भविष्य तय करने वाला निर्णय है।
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रभात कुमार भगत ने कहा नीतीश ने बिहार को अंधकार से निकाल कर आत्म सम्मान की रोशनी दी है। मैंडेट सुशासन का नतीजा है। सुशासन कोई नारा नहीं, एक दृष्टिकोण है, जो समाज को दिशा देता है। एनडीए को ऐतिहासिक जनादेश और जीत सराहनीय है।
अधिवक्ता श्री रामचंद्र रवि ने कहा कि कहा कि जनता का विश्वास चुनाव से नहीं, काम से जीता जाता है। नीतीश ने अपने शासनकाल में इस कथन को साकार। किया है। सड़क से लेकर शिक्षा तक,बिजली से लेकर सड़क तक, पुल पुलिया से लेकर कानून व्यवस्था तक नीतीश कुमार ने बिहार को पिछड़ेपन से निकाल कर विकास की मुख्य धारा में लाने का कार्य किया है।
शिक्षक दिनेश मंडल ने कहा कि नीतीश एक सच्चा नेता हैं। उन्होंने सपने को हकीकत में बदलने का काम किया है। 10वीं बार सीएम का शपथ लेंगे। वे 9 बार नेता रहे, पर हर बार जनता की सेवक रहे। इतिहास उन्हें याद रखना है, जो शासन नहीं, सेवा करते हैं। एनडीए को मैंडेट नीतीश कुमार के सेवा और विकास का ही इनाम है।
एनडीए के पक्ष में आए जनादेश पर प्रो. संजीव कुमार सिंह, प्रो. आनंद कुमार सिंह, प्रो.निरंजन कुमार दुबे, प्रो. सरदार राम ने कहा कि मैंडेट एनडीए गठबंधन के साथ रहने का इनाम और नीतीश कुमार के काम की मजदूरी है। इसके लिए उन्हें बधाई।






