जुगाड़ू पुल पर लोडेड वाहन के प्रवेश से बड़ी परेशानी, प्रशासनिक आदेश की उड़ाई जा रही धज्जियाँ।
लखीसराय

● पैदल व बाइक के अलावा किसी भी बड़े वाहन पर रोक के बावजूद मालढोवा वाहन का प्रवेश।
● निकलने में लगी लंबी मशक्कत, लोगों को हुई भारी परेशानी
● जिलाधिकारी व एसपी के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी व्यवस्था ध्वस्त।
लखीसराय – 25 नवंबर मंगलवार की दोपहर जुगाड़ू पुल पर उस समय परेशानी बढ़ गई जब मनाही के बावजूद एक लोडेड मालढोवा वाहन पुल के रास्ते में घुस गया और अनबैलेंस हो गया। अनबैलेंस होकर वह किनारे की दिशा में झुक गया। वहीं पुल की सीमित चौड़ाई और कमजोर संरचना के कारण वाहन को निकालने में काफी मशक्कत
का सामना करना पड़ा। इस दौरान राहगीरों, विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। ज्ञात हो कि जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र और आरक्षी अधीक्षक अजय कुमार ने पिछले सप्ताह ही स्पष्ट निर्देश दिया था कि जुगाड़ू पुल से केवल पैदल यात्रियों और मोटरसाइकिलों को ही अनुमति है। पुल की क्षमता बड़े व
लोडेड वाहनों को झेलने लायक नहीं है। दोनों अधिकारियों ने यह भी कहा था कि नियम तोड़ते पाए जाने वाले बड़े वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई व जुर्माना लगाया जाएगा। इसके बावजूद नियमों की अनदेखी लगातार जारी है और मंगलवार की घटना ने यह दिखा दिया कि स्थानीय प्रशासनिक आदेश को गंभीरता
से नहीं लिया जा रहा। इस दौरान लोडेड मालढोवा वाहन के मालिक ने अपनी मनमानी दिखाते हुए तमाम वाहनों को हटवाते हुए अपने वाहनों को निकालने में सफल रहा। ज्ञात हो कि पूर्व प्रमुख चानन नृपेश कुमार और उनके साथियों की मदद से काफी प्रयासों के बाद पुल का निर्माण करवाया गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि
यदि समय रहते वाहन को न हटाया जाता तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। पुल के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि बड़े वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध के
बावजूद दिन में कई बार भारी वाहन इस रास्ते का उपयोग कर रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि पुल पर स्थायी अवरोधक (बैरियर) लगाया जाए, नियम तोड़ने वालों पर तुरंत चालान किया जाए।
अब जुगाड़ू पुल अस्थायी संरचना होने के कारण बड़े वाहनों का भार सहन नहीं कर सकता। यदि ऐसे वाहन लगातार इस मार्ग पर चलते रहे तो पुल कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है और बड़ी दुर्घटना हो सकती है।




