बरकत खान फिर बने कांग्रेस जिला अध्यक्ष,कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से किया स्वागत।
साहेबगंज

बरहरवा/साहेबगंज –ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी ने संगठनात्मक फेर बदल के तहत जिले भर से सभी कार्यकर्ताओं, नेताओं एवं आमजनों के राय मशवरा के बाद साहिबगंज जिला की कमान एक बार फिर से बरकतुल्लाह खान (बरकत खान)को सौंपा है।
बरकतुल्लाह खान को दुबारा साहेबगंज कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर देखी गई। जिलाभर में उनका बहुत ही गर्मजोशी के साथ स्वागत किया जा रहा है। आज उसी कड़ी में साहेबगंज नगर स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में जिला अध्यक्ष के स्वागत में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया ,जिसमें जिलाभर से आए कांग्रेसजनों ने बरकतुल्लाह खान का भव्य स्वागत किया। कांग्रेसजनों ने फूलमालाओं एवं शॉल ओढ़ा कर गर्मजोशी के साथ बरकतुल्लाह खान का स्वागत किया। कांग्रेसजनों ने केंद्रीय नेतृत्व के फैसले की एक स्वर में सराहना की। कई नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि बरकतुल्लाह खान के नेतृत्व में कांग्रेस का जनाधार साहेबगंज में बढ़ा है। केंद्र से भेजे गए पर्यवेक्षकों से मिलकर ज्यादातर कांग्रेसजनों ने बरकतुल्लाह खान के पक्ष में अपनी राय रखी थी और नतीजा हम सभी के सामने है। हम सभी को उम्मीद है बरकत जी आगे भी ऐसे ही कांग्रेस को आगे ले जाने का काम करते रहेंगे।इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष बरकतुल्लाह खान ने कहा कि मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी, निष्ठा और तन मन से किया। मुझे अपने काम पर भरोसा था। मैंने अपने कार्यकाल में सभी को एकजुट कर सभी से साथ समन्वय बनाते हुए जिलाभर में कांग्रेस को जमीनी स्तर पर मजबूत करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सभी प्रकोष्ठों के कार्यकर्ताओं, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं एवं युवाओं के साथ मिलकर साहेबगंज में कांग्रेस के संगठन को मजबूत कर झारखण्ड के अग्रणी पायदान पर लाने का सफ़ल प्रयास करेंगे। मैं केंद्रीय नेतृत्व के साथ साथ प्रदेश के सभी नेताओं और जिलाभर के अपने समर्थकों को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने मुझपर भरोसा करते हुए मेरा सहयोग कर एकबार फिरसे मुझे इतनी अहम जिम्मेदारी सौंपी है। मैं पूरे विश्वास के साथ आपको बताना चाहता कि मैं आपके भरोसे और उम्मीद पर पूरी तरह खरा उतरने का भरपूर प्रयास करूंगा।वहीं इस कार्यक्रम के स्वागत समारोह में पूर्व ज़िला अध्यक्ष अनुकूल मिश्रा जी, मुर्शाद अली,मो.कलीमुद्दीन, बासुकीनाथ यादव, सरफराज आलम, इख़लाक नदीम,ओम प्रकाश, राम शृंगार ओझा, उमेश पांडे, हीरालाल साह, भोला महतो,नवीद अंजुम,दिलीप गुप्ता, सुनील पासवान,अनन्त लाल भगत,मंगल पासवान,हरिचरण पासवान,शशिधर यादव,रंजीत टुडू,विमल देव भगत,नसीम अख्तर,शारिक रब्बानी, कजाफी मुर्शद, रिजवान आलम, अजमत अली,सलाहुद्दीन, मो.अजीज, सद्दाम हुसैन, सबदुल, रियाज,सतीश पासवान, अजीज अंसारी,,सफीकुल,अब्दुल कादिर सुनील गुप्ता,शिवम ताती,रविउल इस्लाम, अब्दुल जब्बार,फिरोज आलम,मोहम्मद शफातुल्लाह, शकील अहमद,परमित तिवारी,दाऊद शेख, शमशेर आलम,अनारूल खान, गणेश मण्डल, राम प्रवेश राय, सूफ़ी, दीपक कुमार राय, सागर मण्डल, लोकनाथ घोष,सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।




