नेचर विलेज के संस्थापक निर्भय प्रताप सिंह ने वर्तमान अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) पर लगाया गंभीर आरोप।
जमुई

जमुई- जिले की प्रशासनिक और राजनीतिक हलचल एक बार फिर सुर्खियों में है। पूर्व अंचलाधिकारी और नेचर विलेज के संस्थापक निर्भय प्रताप सिंह ने वर्तमान अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरे मामले को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक पहुंचा दिया है। रविवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर अब न्याय
की उम्मीद खत्म हो गई है, इसलिए मजबूरी में उन्होंने देश की सर्वोच्च संवैधानिक संस्थाओं को पत्र लिखकर सभी प्रमाण और दस्तावेज भेजे हैं, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जा सके। निर्भय प्रताप सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में पदाधिकारी जनता के सेवक होते हैं, लेकिन वर्तमान एसडीएम अपनी भूमिका से भटककर राजनीतिक षड्यंत्र में सक्रिय भूमिका निभा
रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि किसी पदाधिकारी का कार्य विधायक या सांसद बनाना नहीं है, बल्कि जनता की समस्याओं का समाधान करना है। लोकतंत्र का प्रहरी बनकर कार्य करना चाहिए, न कि राजनीतिक दबाव में। प्रेस वार्ता के दौरान जब उनसे राजनीति में प्रवेश के संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि वंश और विरासत की राजनीति अब समाप्त होनी चाहिए। संघर्ष और सियासत की राजनीति
को आगे बढ़ाना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि राजनीति में वही लोग आने चाहिए जिनके पास जनता की समस्याओं को हल करने का विजन और माद्दा हो, न कि सिर्फ परिवारवाद और विरासत का सहारा। उनके इस बयान के बाद जिले की सियासत में नई चर्चा शुरू हो गई है। राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या निर्भय प्रताप सिंह अब चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुके हैं। उनके द्वारा दिया गया नारा भी स्थानीय राजनीतिक परिदृश्य को और गरमा रहा है।




