नेचर विलेज के संस्थापक निर्भय प्रताप सिंह के नेतृत्व मे शहरों से शुरु हुई राष्ट्र गुणगान यात्रा अब गांव गांव मे पहुंचने लगी।
जमुई

जमुई – नेचर विलेज के संस्थापक निर्भय प्रताप सिंह के नेतृत्व मे शहरों से शुरु हुई राष्ट्र गुणगान यात्रा अब गांव गांव मे पहुंचने लगी है। इसको लेकर अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों मे भी काफी उत्सुकता देखी जा रही है।गांव-गांव के युवाओं के साथ साथ महिलाएं और बच्चे भी राष्ट्र गुणगान यात्रा का इंतजार करते देखे जा रहे हैं।लिहाजा जिन जिन गांवों से यात्रा गुजर रही है। उन गांवों मे लोगों खासकर
महिलाओ का अपार समर्थन मिल रहा है। शुक्रवार को यह यात्रा खैरा प्रखंड के नवडीहवा, बल्लोपुर, सगदाहा,मडरा और बेला सहित आधा दर्जन गांवों मे गई। वहां के लोगों के साथ चौपाल लगाया और लोगों को स्वतंत्रता व समानता का पाठ पढाया। इस मौके पर यात्रा का नेतृत्व कर रहे निर्भय प्रताप सिंह ने कहा कि हम एक स्वतंत्र देश के नागरिक हैं लेकिन कुछ पदाधिकारियों के कारण आज भी हम गुलाम देश के नागरिक महसूस करते हैं। उन्होने कहा कि राषट्र गुणगान यात्रा के माध्यम से तिरंगा का
सम्मान बढाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि तिरंगा हमारा और हमारे देश का गुरुर है।यह हमे राष्ट्रप्रेम की भावना से जोडता है।हमें एकता व अखंडता के सूत्र मे बांधता है और सतत प्रगतिशील पथ पर आगे बढने की प्रेरणा देता है निर्भय प्रताप सिंह ने कहा कि देश के किसी भी व्यक्ति या संस्था को तिरंगा के सम्मान मे निकाली गई कोई भी यात्रा को रोकने का कोई हक नही है और अगर ऐसा कोई करता है तो इसका मतलब है कि वह राषट्र विरोधी गतिविधियों मे खुद के संलिप्तता का प्रमाण देता है।उन्होने कहा कि तिरंगा हमे समानता व स्वतंत्रता का भी बोध कराता है।साथ ही हमे यह एहसास कराता है कि हम स्वतंत्र देश के नागरिक हैं।हमे ऊंची उडान उडने का हक है।तिरंगा हमे कर्तव्य बोध भी कराता है।वह बताता है कि
देश के विकास मे हमारी भी जिम्मेदारी है।उन्होने बताया कि अगर देश को विश्व गुरु बनाना है तो देश की नई पीढी को तिरंगे के सम्मान से अवगत कराना होगा और उन्हे उनकी जिम्मेदारी बतानी होगी।इसके पूर्व निर्भय प्रताप सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के मौके पर उनके तैलचित्र पर पुष्प अर्पित किया और जहां जहां यात्रा गई।उन गांवों मे नई पीढी को डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन वृतांत सुनाया।उन्होने कहा कि हमारा एक ही उद्देश्य है कि लोगों मे राष्ट्रवाद की भावना विकसित हो।जात पात और धर्म के लिए लडने वाले देश के युवा राष्ट्र के लिए लडना सीखें।




