नेचर विलेज के बैनर तले संचालित राष्ट्रगुणगान तिरंगा यात्रा सोमवार को अपने आठवें दिन उत्साह और जोश से भरपूर।
जमुई

जमुई- नेचर विलेज के बैनर तले संचालित राष्ट्रगुणगान तिरंगा यात्रा सोमवार को अपने आठवें दिन उत्साह और जोश से भरपूर दिखाई दी। यह यात्रा जमुई प्रखंड के दौलतपुर पंचायत के भजौर, मनी अड्डा, लखनपुर पंचायत, दंड, प्रतापपुर, सोनी, मड़वा, लखापुर और लखनपुर के कई गांवों से होकर गुजरी। इन गांवों में लोगों का भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। हर उम्र के लोग, खासकर युवा और महिलाएँ, इस यात्रा में शामिल होकर तिरंगे का सम्मान करते हुए स्वदेशी को अपनाने का संदेश दे रहे थे।
नेचर विलेज के संस्थापक समाजसेवी निर्भय प्रताप सिंह के नेतृत्व में यह यात्रा जिले के गाँव-गाँव में पहुँच रही है। यात्रा के दौरान लोगों को स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करने, गाय के गोबर से बने दीपक जलाने, हर्बल गुलाल अपनाने और विदेशी इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के पूर्ण बहिष्कार का आह्वान किया गया। गांव-गांव में सभा कर निर्भय प्रताप सिंह ने कहा कि जिस तरह स्वतंत्रता संग्राम
के दौरान देशवासियों ने विदेशी वस्त्रों और उत्पादों का बहिष्कार कर देशी उद्योगों को प्रोत्साहन दिया था, उसी तरह आज फिर से विदेशी सामान छोड़कर स्वदेशी को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने आज़ादी के समय ‘विदेशी भगाओ, स्वदेशी अपनाओ’ का नारा दिया था। यह नारा केवल कपड़ों और वस्तुओं तक सीमित नहीं था, बल्कि देश की आत्मनिर्भरता और आर्थिक मजबूती का प्रतीक था। लेकिन आजादी के बाद के आधुनिक समय में हम विदेशी
उत्पादों की ओर इस कदर आकर्षित हो गए हैं कि लगभग 80 प्रतिशत वस्त्र और कई आवश्यक उत्पाद विदेशी हैं। इनका अधिक प्रयोग हमारे देशी उद्योगों को कमजोर कर रहा है और लाखों देशवासियों के रोजगार को छीन रहा है। यात्रा के दौरान निर्भय प्रताप सिंह ने दुकानदारों और ग्रामीणों से खुले मंच पर शपथ दिलाई कि वे विदेशी सामान का बहिष्कार करेंगे और केवल भारतीय उत्पादों का ही प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के 140 करोड़ लोगों की जिम्मेदारी है कि देशी सामान को अपनाकर देश की आर्थिक रीढ़ को मजबूत करें। अगर भारत को बचाना है तो भारत के लोगों को ही आगे बढ़कर विदेशी उत्पादों का बहिष्कार करना होगा। उन्होंने गर्व से मेरा भारत महान का नारा लगाते हुए लोगों को आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा बनने का आह्वान किया। इस यात्रा के दौरान बारहट प्रखंड के नारायणपुर, नमर खादी ग्राम, लक्खय, लाभायत, पंडौ पंचायत, लकरा, भंदरा और मटीया तक रोड शो निकाला गया। जगह-जगह ग्रामीण बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरकर इस यात्रा का स्वागत कर रहे थे। डाढा पंचायत के सुदामापुर और सुखलेवा में भी लोगों ने तिरंगे के साथ उत्साहपूर्वक स्वागत किया। यात्रा में जिले के कई प्रमुख समाजसेवी और जनप्रतिनिधियों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। इनमें महेश मंडल, मनोहर सिंह, शैलेंद्र सिंह, महेश्वर प्रसाद सिंह, रमन कुमार सिंह, जितेंद्र सिंह, अवधेश सिंह, नंदलाल सिंह, राजू यादव, रणवीर सिंह, सहयोग पासवान, अवधेश कुमार राम, पवन कुमार, जोगिंदर मंडल, आत्मा प्रसाद शाह, वीरेंद्र मंडल, अनुराग कुमार सिंह, सुजान रावत, राम पुकार मंडल, निरंजन सिंह, गुंजन सिंह, विकास कुमार सिंह, रोहित कुमार सिंह, रामकुमार रावत, विकास रजत, अशोक कुमार सिंह, टिंकू पासवान और राधे राम शामिल रहे। यात्रा का जोश देखते ही बन रहा था। हर गली, हर चौक-चौराहे पर तिरंगे की शान में नारे गूंज रहे थे और ग्रामीण उत्साहपूर्वक स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का संकल्प ले रहे थे। आयोजकों का कहना है कि यह यात्रा पूरे जिले में चलती रहेगी और लोगों को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहभागी बनने के लिए प्रेरित करती रहेगी।




