महिला समूह लोन माफी को लेकर भाकपा माले का प्रदर्शन,“10 हजार में दम नहीं, कर्ज माफी से कम नहीं” के नारों से गूंजा चकाई।
जमुई

चकाई (जमुई)- महिला समूह लोन माफी की मांग को लेकर भाकपा माले प्रखंड कमिटी चकाई की ओर से आज प्रखंड मुख्यालय में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया गया। सुबह से ही भाकपा माले कार्यालय पर बड़ी संख्या में महिलाएं इकट्ठा हुईं और “10 हजार में दम नहीं, कर्ज माफी से कम नहीं”, “महिलाओं का सभी कर्ज माफ करो” जैसे नारे लगाते हुए जुलूस की शक्ल में चकाई चौक होते हुए प्रखंड मुख्यालय पहुँचीं। वहां यह कार्यक्रम धरना में तब्दील हो गया। धरना की अध्यक्षता आदिवासी किसान नेता काॅमरेड कालू मरांडी ने की। उन्होंने कहा कि महिला समूहों के नाम पर माइक्रो फाइनेंस बैंक ग्रामीण गरीब महिलाओं को कर्ज के जाल में फंसा रहे हैं, जिससे महिलाओं का आर्थिक और सामाजिक शोषण बढ़ा है।
धरना को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव काॅमरेड शंभूशरण सिंह ने कहा कि आज माइक्रो फाइनेंस बैंक ने पूरे देश में ऐसा जाल फैला दिया है कि यह पुराने जमाने की महाजनी प्रथा की क्रूरता की याद दिला रहा है। महिलाएं कर्ज के बोझ तले कराह रही हैं और सरकार इसे महिला उत्थान का नाम दे रही है।
भाकपा माले नेता मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि सरकार पूँजीपतियों का हजारों करोड़ का कर्ज माफ कर रही है, बड़े उद्योगपतियों को एक रुपए प्रति एकड़ जमीन दे रही है, जबकि गरीब महिलाएं माइक्रो फाइनेंस बैंकों की जबरन वसूली का शिकार हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जीविका के माध्यम से महिलाओं को 10 हजार का झुनझुना थमाकर इसे महिला सशक्तिकरण कहना सरकार की विडंबना है। असली महिला सशक्तिकरण तभी होगा जब सरकार सभी महिलाओं का कर्ज माफ करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि माइक्रो फाइनेंस एजेंट गांव-गांव जाकर महिलाओं से वसूली करते समय दुर्व्यवहार तक करते हैं। यदि इस पर रोक नहीं लगी तो महिलाएं गांव-गांव में इनका प्रतिरोध करेंगी।
धरना के अंत में आंदोलनकारियों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को तीन सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। इसमें प्रमुख मांगें थीं: 1. महिलाओं का सभी कर्ज पूरी तरह माफ किया जाए। 2. महिलाओं को केवल दो प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाए। 3. माइक्रो फाइनेंस एजेंटों द्वारा वसूली के दौरान महिलाओं से की जाने वाली बदसलूकी पर रोक लगाई जाए और ऋण केवल राष्ट्रीयकृत बैंकों के माध्यम से ही दिया जाए। इस कार्यक्रम में जिला कमिटी सदस्य बाबु साहब, बासुदेव हांसदा, राहुल यादव, राजकिशोर किस्कू, प्रदीप मंडल, अजीम अंसारी, संजय कुमार राय, सकलदेव राय, सीताराम यादव, भैरो सिंह, मैनेजर सिंह, बाजो ठाकुर, किशुन हांसदा, शान्ति देवी, प्रमिला देवी, मालती देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण शामिल हुए।




