मां शेरावाली दुर्गापूजा समिति लाखोचक में कलश यात्रा का भव्य आयोजन।
लखीसराय चानन

लखीसराय चानन (सुजीत कुमार)- लाखोचक में मां शेरावाली दुर्गापूजा समिति द्वारा आयोजित कलश यात्रा का कार्यक्रम भव्य रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर कुल 251 कलशों का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव उपस्थित थे, जिन्होंने फीता काटकर कलश यात्रा का उद्घाटन किया।
कलश स्थापना की शुरुआत समाजसेवी बालेश्वर यादव और स्वर्गीय पहलवान बटोरन यादव के परिजन द्वारा की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जितेंद्र सिपाही ने की। इस दौरान मंदिर के प्रमुख सदस्यों में डॉ. सुनील कुमार, स्थानीय निवासी त्रिभुवन वर्मा, दिनेश यादव और कमलेश्वरी यादव भी मौजूद थे।
कलश यात्रा मंदिर से शुरू होकर पूरे लाखोचक गांव में भ्रमण करते हुए मोरवे जलाशय तक पहुंची और पुनः मंदिर स्थल पर समाप्त हुई। यात्रा के दौरान बाजे-गाजे और धार्मिक गीतों के साथ भक्तगण शामिल हुए, जिससे पूरे कार्यक्रम में उत्सव का माहौल बना रहा।
इस आयोजन में समाज के अनेक गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे, जिनमें हरिचरण साव, विकास यादव, लखन साव और प्रोफेसर साहब, मननपुर हाई स्कूल शिक्षक दिनेश कुमार शामिल थे। पूजा एवं मंत्रोच्चारण का कार्य पंडित आचार्य मुकेश पंडित द्वारा संपन्न कराया गया।
समिति के सदस्यों ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन से धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित रखने में मदद मिलती है और पूरे क्षेत्र में सामूहिक उत्साह व श्रद्धा का माहौल बनता है।
सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव का बयान: श्रद्धा का पर्व सभी के लिए प्रेरणा
सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव ने मां शेरावाली दुर्गापूजा समिति लाखोचक में आयोजित कलश यात्रा के अवसर पर कहा कि माता के मंदिर में केवल लाखोचक के लोग ही दर्शन करने नहीं आते, बल्कि पूरे चानन और लखीसराय जिले के श्रद्धालु यहां अपनी श्रद्धा व्यक्त करने आते हैं।
विधायक ने कहा कि स्वर्गीय बटोरन पहलवान अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके योगदान और समर्पण को हम हमेशा याद करते हैं। उन्होंने पुरानी पीढ़ी के उन लोगों को भी याद करने का आग्रह किया जो अब नहीं हैं, क्योंकि यही लोग इस धार्मिक परंपरा की नींव रखने में अहम भूमिका निभाई।
प्रहलाद यादव ने कहा, “नवरात्रि के शुभ अवसर पर यह हमारे लिए प्रेरणा का समय है। यह आयोजन केवल जितेंद्र सिपाही या किसी एक व्यक्ति का प्रयास नहीं है, बल्कि पूरे समाज के सहयोग से संभव हुआ है।
पूरे 9 दिन तक आप लोग इसे सफल बनाएंगे, यही मेरा आपसे निवेदन है।” विधायक ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे इस पर्व को केवल उत्सव के रूप में न देखें, बल्कि इसे सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों के सम्मान के रूप में अपनाएं।




