लोजपा (रामविलास) गठबंधन में केवल वही सीटें लेगी, जिन्हें जीतने का पूरा भरोसा।
जमुई

जमुई – लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद अरुण भारती शनिवार को जमुई पहुंचे, जहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिरकत करते हुए आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी पार्टी की रणनीति पर स्पष्ट रुख पेश किया। उन्होंने साफ कहा कि लोजपा (रामविलास) गठबंधन में केवल वही सीटें लेगी, जिन्हें जीतने का पूरा भरोसा हो। सांसद अरुण भारती सबसे
पहले जमुई सिविल कोर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने अधिवक्ताओं से मुलाकात की और स्थानीय मुद्दों पर बातचीत की। इसके बाद वे प्लस टू हाई स्कूल परिसर पहुंचे, जहां नेस्ले कंपनी की ओर से निर्मित ‘ऑरेंज टॉयलेट’ का उद्घाटन किया। इसी क्रम में उन्होंने राष्ट्रीय वायोश्री योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को सहायक उपकरण भी वितरित किए। चुनावी चर्चा के दौरान सांसद ने स्पष्ट करते हुए कहा कि हम यह नहीं कहेंगे कि हमें 50 से 60 सीटें चाहिएं या 25 से 30 पर ही संतोष कर लेंगे। हमारी पार्टी
गठबंधन में जिम्मेदारियों को निभाते हुए जीत की दर को ध्यान में रखकर सीटें चुनेगी। हारने के लिए कोई सीट नहीं लेंगे। उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय चिराग पासवान ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अवसर देने के लिए गठबंधन से बाहर रहकर चुनाव लड़ा था। इस बार पार्टी पूरी मजबूती के साथ गठबंधन के भीतर रहकर बेहतर परिणाम लाने की तैयारी कर रही है। सिकंदरा विधानसभा सीट पर पार्टी कार्यकर्ताओं की मजबूत दावेदारी का जिक्र करते हुए अरुण भारती ने कहा कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं को जीत में बदलने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही अटकलों पर उन्होंने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे निभाना उनका कर्तव्य होगा। प्रशांत किशोर द्वारा बीजेपी और जदयू नेताओं पर लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वहीं, जब जीतन राम मांझी के इस बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई कि लोजपा (रामविलास) गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है, तो सांसद ने कहा कि हम मांझी जी का बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी पार्टी जो भी सीट लेगी, उसे जीतने के लिए ही लेगी। जमुई में सांसद के इस बयान से साफ है कि आगामी विधानसभा चुनाव में लोजपा (रामविलास) अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक तरीके से सीटों का चयन करेगी और गठबंधन के भीतर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने पर जोर देगी।




