कैमूर को 980 करोड़ की सौगात, सीएम नीतीश कुमार ने किए 178 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन।
कैमूर

भभुआ/कैमूर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को कैमूर जिले के दौरे पर पहुँचे। इस दौरान उन्होंने जिले को 980 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी। सीएम ने कुल 178 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।सीएम का कार्यक्रम सुबह चैनपुर से शुरू हुआ, जहाँ उन्होंने प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए चिन्हित भूमि का निरीक्षण किया। इसके बाद वे भभुआ पहुँचे और पटेल कॉलेज कैंपस में लगे विकास प्रदर्शनी स्टॉलों का अवलोकन किया। इसके उपरांत वे भभुआ के जगजीवन स्टेडियम पहुँचे, जहाँ विशाल जनसभा को संबोधित किया और एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए।सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “2005 से पहले बिहार में कुछ नहीं था, लोग कुछ करना भी नहीं चाहते थे। आज बिहार बदल चुका है, तेजी से विकास हुआ है।” सीएम ने इस मौके पर बिहार सरकार और केंद्र सरकार की उपलब्धियों और चल रही योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि—महिलाओं को नौकरी में 50% आरक्षण दिया गया है, जिससे बड़ी संख्या में महिलाएँ नौकरियों में आ रही हैं। वृद्धजन पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दी गई है।घरेलू बिजली बिल मुफ्त किया गया है और अब घर-घर सोलर सिस्टम लगाने की योजना है। बिहार का बजट पहले की तुलना में काफी बढ़ा है, जो अब 3 लाख 16 हजार करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने बताया कि फरवरी 2025 में बिहार में मखाना उद्योग, एयरपोर्ट और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का निर्माण हुआ है। वहीं, केंद्र सरकार की मदद से पहली बार बिहार में खेलो इंडिया युवा कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज और अनुमंडलों में आईटीआई कॉलेज बनाए गए हैं भभुआ-मोहनियां-चौसा पथ का चौड़ीकरण, आरा-मोहनियां सड़क का चौड़ीकरण, मुंडेश्वरी मंदिर विकास कार्य, मंदिर तक जाने वाली सड़क का चौड़ीकरण, इन सभी परियोजनाओं पर कार्य हो रहा है।सीएम ने बताया कि दुर्गावती जलाशय परियोजना से रोहतास और कैमूर जिले में सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। पाइपलाइन के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बिहार को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का काम कर रही हैं।




