बिहार सरकार के मंत्री पर हेमंत चौबे का सीधा हमला, जन सुराज पार्टी ज्वाइन कर चैनपुर से बदली सियासी समीकरण।
कैमुर

कैमुर – बिहार की राजनीति में हलचलमचाते हुए स्व. लालमुनि चौबे के पुत्र हेमंत चौबे ने जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिया है। स्वर्गीय लालमुनि चौबे, जो चैनपुर विधानसभा से चार बार विधायक और बक्सर लोकसभा से तीन बार सांसद रहे, साथ ही बिहार सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके थे, उनके पुत्र का यह कदम चैनपुर में भाजपा और एनडीए के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जन सुराज पार्टी में शामिल होने के बाद हेमंत चौबे ने
मीडिया से बातचीत में साफ कहा कि इस बार उनकी तैयारी पूरी है और चैनपुर विधानसभा जीतना तो तय है ही, साथ ही पूरा बिहार जीतने का भी संकल्प लिया गया है। उन्होंने भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा—“अगर हमारा विधायक यहां से जीतता है तो 40% कमीशनखोरी का सिस्टम पूरी तरह से खत्म किया जाएगा। मैंने शुरू से ही भ्रष्टाचार और दलालों के खिलाफ आवाज उठाई है और यही मेरी ताकत है। जब चारित्रिक रूप से गिरे हुए लोग राजनीति में आ जाते हैं तो पूरे समाज की प्रतिष्ठा गिर जाती है।”हेमंत चौबे ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर भारत ने भ्रष्टाचार और राजनीतिक गंदगी से समय रहते सबक नहीं लिया तो यहां हालात नेपाल और श्रीलंका से भी बदतर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि “हमारे नेता प्रशांत किशोर जी ने जो शंखनाद किया है, वह सही समय पर हुआ है। सीमांचल से लेकर बेगूसराय तक इसके संकेत साफ दिखाई दे रहे हैं। हाल ही में बेगूसराय में सीओ को खींचकर पीटा जाना इसका उदाहरण है।”जन सुराज पार्टी से जुड़ने के बाद चौबे ने कहा कि उनकी लड़ाई सिर्फ सत्ता की नहीं, बल्कि जनता की समस्याओं को हल करने की है। उन्होंने कहा कि—“हम शिक्षा, रोजगार और किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देंगे। हमारी राजनीति गांव से शुरू होगी और गांव से होते हुए शहर तक पहुंचेगी। यही असली जन सुराज है।” इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमा खां पर भी अप्रत्यक्ष हमला बोला और कहा कि राज्य की सरकार में बैठे कुछ लोग भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे लोग केवल अपने स्वार्थ के लिए सत्ता में हैं और जनता के लिए उनकी कोई संवेदनशीलता नहीं है। हेमंत चौबे का जन सुराज पार्टी में आना न केवल चैनपुर विधानसभा बल्कि पूरे शाहाबाद इलाके में राजनीति का नया समीकरण खड़ा कर रहा है। लालमुनि चौबे की विरासत और छवि को देखते हुए माना जा रहा है कि चौबे के मैदान में उतरने से भाजपा को चैनपुर में कड़ी चुनौती मिलेगी।




