
औरंगाबाद- प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री राज कुमार ने शुक्रवार को बाल सुधार गृह/बच्चों के सुरक्षित स्थल बभंडी का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती तान्या पटेल, किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी श्री सुशिल प्रसाद सिंह एवं बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक श्री सन्तोष चौधरी उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान जिला जज ने बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता की स्थिति का व्यापक रूप से मूल्यांकन किया। उन्होंने वहाँ रह रहे बच्चों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना और उनके शिक्षा एवं भोजन की व्यवस्था का जायजा लिया। इसके अलावा बच्चों के कानूनी अधिकारों और उपलब्ध विधिक सहायता की जानकारी प्राप्त की।
जिला जज ने बच्चों के लिए बनाए गए संरक्षण एवं सुविधाओं के मानकों पर विशेष ध्यान देते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान पाई गई कुछ बुनियादी समस्याओं एवं कमियों को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाने के आदेश भी दिए गए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि बच्चों के रख-रखाव, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता में किसी भी प्रकार की लापरवाही कतई न हो। इसके साथ ही जिला जज ने बरसात के मौसम में पानी जनित बीमारियों और मच्छरों से बचाव के लिए समुचित व्यवस्थाओं को शीघ्र लागू करने के निर्देश भी दिए। श्री राज कुमार का यह निरीक्षण बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अधिकारियों और कर्मचारियों को बच्चों के कल्याण एवं उनके सुरक्षित वातावरण को सुनिश्चित करने के लिए सतत प्रयास करने का आह्वान किया गया।




