स्वदेशी को बढ़ावा देने और तिरंगे के सम्मान का संदेश लिए राष्ट्रगुणगान तिरंगा यात्रा पाँचवें दिन भी जनसैलाब का केंद्र बनी।
जमुई

जमुई- स्वदेशी को बढ़ावा देने और तिरंगे के सम्मान का संदेश लिए नेचर विलेज के तत्वावधान में चल रही राष्ट्रगुणगान तिरंगा यात्रा शुक्रवार को अपने पाँचवें दिन भी जनसैलाब का केंद्र बनी रही। नेचर विलेज के संस्थापक निर्भय प्रताप सिंह के नेतृत्व में यह यात्रा जमुई जिले के विभिन्न गांवों में निकाली जा रही है, जहां हजारों की संख्या में ग्रामीण, महिलाएं और युवा उमड़कर इस
अभियान का हिस्सा बन रहे हैं। यात्रा का शुभारंभ गरसंडा पंचायत के दुखनाडीह से किया गया, जिसके बाद यह कारवां तरी पंचायत, दावील पंचायत के गढ़दाविल, हरिहरपुर, वानपुर, कोल्हआ, धोवघट, निजुआरा सहित कुल 9 गांवों से गुजरा। पूरे रास्ते में भारत माता की जय
और मेरा भारत महान जैसे गगनभेदी नारे गूंजते रहे। यात्रा के दौरान निर्भय प्रताप सिंह ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जैसे विशाल देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करना आवश्यक है। उन्होंने दुकानदारों से अपील की कि
वे विदेशी सामान न बेचने की शपथ लें। साथ ही लोगों से भी आह्वान किया कि वे अपने घरों में विदेशी वस्तुएं न खरीदें और न ही उनका उपयोग करें। उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि छोटी-छोटी मूर्तियाँ भी विदेशी बाजार से आ रही हैं। गणेश जी तक विदेशी बनकर हमारे घरों में प्रवेश कर रहे हैं। यदि हमें भारत को बचाना है तो
140 करोड़ भारतीयों को एकजुट होकर स्वदेशी अपनाना होगा। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सिर्फ स्वदेशी को बढ़ावा देना ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान और गौरव को घर-घर तक पहुँचाना भी है। हर गांव में यात्रा का स्वागत तिरंगे के साथ किया गया और ग्रामीणों ने इसे राष्ट्रप्रेम की अद्भुत मिसाल बताया। युवाओं और महिलाओं की भागीदारी इस अभियान की सबसे बड़ी ताकत बनकर सामने आई है। पूरे जिले में फैल रही यह यात्रा एक बड़े सामाजिक आंदोलन का रूप ले रही है। विशेष रूप से युवाओं और महिलाओं का उत्साह देखते ही बनता है। सभी लोग तिरंगा यात्रा में हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर शामिल हो रहे हैं और भारत माता के जयकारे से वातावरण गूंज रहा है। इस यात्रा में प्रमुख रूप से निर्भय प्रताप सिंह के साथ-साथ विपिन कुमार मंडल, मनोहर सिंह, रमन कुमार सिंह, अवधेश सिंह, नंदलाल सिंह, मुकुंद तिवारी, विमल तिवारी, अजय तिवारी, रंजीत रावत, रंजीत यादव, करीमन मियां, शोभा मांझी, गीता भारती, सीता देवी, रीता देवी और मंजू देवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। आयोजकों का कहना है कि यह यात्रा जिले के हर पंचायत और गांव में पहुंचेगी और तब तक जारी रहेगी जब तक स्वदेशी और राष्ट्रप्रेम का संदेश घर-घर तक नहीं पहुँच जाता।




