रक्त की कमी को दूर करने के प्रयास को लेकर प्रबोध जन सेवा संस्थान के सहयोगियों ने रक्तदान कर दिया जीवनदान।
जमुई

जमुई – जिले के रक्त अधिकोष में अधिकांश रक्त समूह उपलब्ध रहने के बावजूद बी पॉजिटिव रक्त की लगातार कमी ने मरीजों और उनके परिजनों को गंभीर चुनौती में डाल दिया है। रक्तदान जैसी संवेदनशील आवश्यकता समय पर पूरी न होना कई परिवारों के लिए चिंता और पीड़ा का कारण बन रहा है। कई बार एक्सचेंज की
व्यवस्था होने पर भी जब ब्लड बैंक में यह रक्त समूह नहीं मिलता, तो निराशा और असहायता साफ दिखाई देती है। ऐसे कठिन हालात में वर्षों से सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय और ख्याति प्राप्त प्रबोध जन सेवा संस्थान की जमुई इकाई से जुड़े सेवा-भावी रक्तदाता निरंतर मरीजों के जीवन में नई आशा का संचार कर रहे हैं। इसी क्रम में
सदर अस्पताल, जमुई में भर्ती हासडीह निवासी उस मरीज के लिए, जो शरीर में रक्त निर्माण न होने की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, संस्थान से जुड़े जमुई सिविल कोर्ट के जिला नाजीर गिद्धौर निवासी कुंदन कुमार सिन्हा ने रक्तदान कर अमूल्य जीवनदान प्रदान किया। उनका यह कदम केवल एक मरीज तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के लिए अनुकरणीय संदेश है। वहीं, जमुई के एक निजी अस्पताल में पैर के ऑपरेशन की प्रतीक्षा कर रहे
चौहानडीह, खैरा निवासी मरीज की सहायता हेतु मल्लेपुर निवासी संस्थान से जुड़े रविंद्र कुमार (नरेश रावत के मंझले सुपुत्र) ने रक्तदान कर मानवीयता और करुणा का परिचय दिया। दोनों संस्थान सहयोगियों ने यह साबित कर दिया कि सेवा का भाव ही सच्चा धर्म है। इस अवसर पर संस्थान सचिव सुमन सौरभ ने कहा कि रक्त अधिकोष में इन दिनों बी पॉजिटिव रक्त समूह की लगातार कमी को देखते हुए हम हर जरूरतमंद तक समय पर रक्त पहुंचाने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं। हमारे सहयोगी सिर्फ रक्तदान ही नहीं करते, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने और लोगों को प्रेरित करने का भी कार्य कर रहे हैं। सचिव ने यह भी आह्वान किया कि समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे आकर रक्तदान की परंपरा को मजबूत करना चाहिए, क्योंकि एक यूनिट रक्त किसी के लिए जीवन का दूसरा अवसर बन सकता है। दोनों रक्तदाताओं के इस प्रेरणादायी योगदान पर संस्थान से जुड़े राजेश यादव, रौशन सिंह, विक्की कुमार, शिवजीत सिंह, सुशांत साईं सुंदरम, अनिकेत सिंह सहित अन्य सदस्यों ने उन्हें बधाई दी और कहा कि ऐसे रक्तवीर ही मानवता के सच्चे प्रहरी हैं।




