नबीनगर के धनहारा गाँव में डैम टूटने से बिगड़ा हाल, ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार।
औरंगाबाद

औरंगाबाद – नबीनगर प्रखंड के मूँगिया पंचायत के धनहारा गाँव में मूसलाधार बारिश के बाद करबार नदी उफान पर है। लगातार बढ़ते जलस्तर और तेज़ कटाव ने ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है। कई खेत, पेड़ और बिजली के खंभे नदी में बह चुके हैं। युवा समाजसेवी
अरविन्द कुमार पासवान ने बताया कि वर्ष 2011 में करबार नदी पर बने चेक डैम का बिहार की ओर का किनारा टूट चुका है। इसके चलते रेतीली मिट्टी वाले इलाके में कटाव और तेज़ हो गया है। आस-पास के किसानों की उपजाऊ ज़मीन लगातार नदी में समा रही है।
कटाव से प्रभावित किसानों में अवधेश पासवान, विश्वनाथ पासवान, शिवनाथ पासवान, अखिलेश मेहता, रविरंजन मेहता, विश्वनाथ मेहता, सूर्यनाथ मेहता, रजेंद्र मेहता, बैजनाथ मेहता, बसदेव मेहता और सुदामा मेहता शामिल हैं। ग्रामीणों के मुताबिक अब तक 2 से 3 एकड़ ज़मीन नदी की धारा में बह चुकी है। गाँव वालों का कहना है कि अगर डैम को नहीं हटाया गया और कटाव पर
रोकथाम नहीं की गई तो आने वाले दिनों में महादलित टोला का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द प्रभावी कदम उठाने की मांग की है ताकि लगातार बढ़ रहे कटाव और नुकसान को रोका जा सके।




