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लखीसराय पुलिस ने लौटाए 20 मोबाइल, मालिकों के चेहरे खिले।

लखीसराय

लखीसराय – जिले की पुलिस ने “मुस्कान योजना” के तहत 20 गुम या चोरी हुए मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को वापस अपने कार्यालय में बुलाकर कर दिए। इस संबंध में एसपी अजय कुमार ने अपने कार्यालय में जानकारी देते हुए बताया कि मोबाइल बरामदगी की कार्रवाई भारत सरकार के सीआईआर पोर्टल के माध्यम से की जाती है।गुमशुदा या चोरी हुए मोबाइल की शिकायत सीआईआर पोर्टल पर दर्ज कराई जाती है, जिसके बाद पुलिस लगातार उनकी खोज में जुटी रहती है।

मुख्यालय से जारी बुलेटिन के आधार पर लखीसराय पुलिस ने ये 20 मोबाइल बरामद कर उनके मालिकों को सौंप दिए, जिससे सभी के चेहरे पर खुशी लौट आई। एसपी अजय कुमार ने कहा, “जनता का विश्वास हमारी सबसे बड़ी ताकत है। मुस्कान योजना के जरिए हम हर संभव प्रयास करते रहेंगे कि लोगों की खोई हुई वस्तुएं उन्हें वापस मिलें।” मोबाइल खोने के बाद जो परेशानियाँ होती हैं, वो सिर्फ “एक डिवाइस खोने” तक सीमित नहीं रहतीं — यह कई स्तरों पर व्यक्तिगत, आर्थिक और मानसिक असर डालता है। मोबाइल खोने पर व्यक्तिगत डेटा और गोपनीयता का खतरा बढ़ जाता है।

फोटो और वीडियो लीक होने का डर जिनमें निजी पलों की तस्वीरें या वीडियो गलत हाथों में जाने पर दुरुपयोग हो सकता है। संपर्क सूची (Contacts) का दुरुपयोग होने का डर जैसे आपके दोस्तों या रिश्तेदारों को धोखाधड़ी वाले कॉल/मैसेज भेजे जा सकते हैं।सोशल मीडिया अकाउंट हैक होने का डर जैसे WhatsApp, Facebook, Instagram जैसे ऐप्स खुले रह सकते हैं, जिससे आपका नाम इस्तेमाल कर ठगी की जा सकती है।

बैंकिंग ऐप्स और UPI फ्रॉड जैसे Google Pay, PhonePe, Paytm आदि में लॉगिन होने पर पैसे चोरी हो सकते हैं। क्रेडिट/डेबिट कार्ड सेव होने पर खतरा हो सकता है जैसे ई-कॉमर्स या डिजिटल वॉलेट के जरिए अनधिकृत लेन-देन हो सकता है। कई लोग आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस की डिजिटल कॉपी मोबाइल में रखते हैं। इनका गलत इस्तेमाल कर फर्जीवाड़ा या अपराध किया जा सकता है।

मोबाइल खोने पर अचानक आपसे संपर्क करना मुश्किल हो जाता है, खासकर अगर वैकल्पिक नंबर न हो। इमरजेंसी की स्थिति में मदद पाना कठिन हो सकता है। मानसिक तनाव और असुरक्षा “अब क्या होगा?” की चिंता व्यक्ति को बेचैन कर देती है। अगर चोरी हुई है, तो आसपास के माहौल और लोगों पर संदेह बढ़ सकता है। काम से जुड़ी ईमेल, प्रोजेक्ट या ऑफिस डॉक्यूमेंट खोने से नौकरी या बिज़नेस पर असर पड़ सकता है।

क्लाइंट की जानकारी लीक होने पर पेशेवर साख को नुकसान हो सकता है।

 

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