जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव के निर्देश पर राज्यभर में चला संवाद में जमुई ने पाया बिहार में प्रथम स्थान।
जमुई

जमुई- जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार के प्रधान सचिव के निर्देशानुसार राज्य के सभी सिंचाई प्रमंडलों में स्थानीय किसानों और जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित करने हेतु विशेष बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
इसी क्रम में शनिवार को सिंचाई प्रमंडल, जमुई द्वारा कार्यपालक अभियंता ई. गौतम कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में जिला पदाधिकारी, अपर जिला पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में क्षेत्र के किसान और जनप्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। प्रतिभागियों के लिए अल्पाहार की विशेष व्यवस्था की गई थी। बैठक में जिला पदाधिकारी जमुई ने किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता से सुनने और समाधान करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कार्यपालक अभियंता की तत्परता और कार्यकुशलता की सराहना की।
जिला कृषि पदाधिकारी ने उपस्थित किसानों से समय पर पटवन शुल्क जमा करने की अपील की। कार्यपालक अभियंता ई. गौतम कुमार ने सभी कनीय अभियंताओं को शिकायत पंजी वितरित किया और किसानों से आग्रह किया कि वे अपनी समस्याएं लिखित रूप में दर्ज कराएं।
विशेष आवश्यकतानुसार किसान सीधे कार्यपालक अभियंता से मो. 8809613058 पर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने जल प्रबंधन में जनसहभागिता की अपील करते हुए कहा कि नहरों की जमीन पर अतिक्रमण नहीं किया जाए, उसमें अपशिष्ट या मृत पशु न फेंके जाएं तथा जल संरक्षण में सभी नागरिक अपनी भूमिका निभाएं।
उन्होंने बताया कि सभी अभियंता नहरों के अंतिम छोर (टेल एंड) तक नियमित पेट्रोलिंग कर रहे हैं ताकि अत्यधिक वर्षा के कारण होने वाली संभावित क्षति को रोका जा सके। दृष्टि ऐप पर नहर निरीक्षण की जानकारी निरंतर अपलोड की जा रही है। दिनांक 1 अप्रैल 2025 से 2 अगस्त 2025 तक कुल 5275 निरीक्षण अपलोड किए गए हैं, जिसके आधार पर सिंचाई प्रमंडल, जमुई ने पूरे बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि 1 जून 2025 से 2 अगस्त 2025 तक जमुई जिले में सामान्य वर्षा 485.7 मिमी के मुकाबले 704.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो कि 45 प्रतिशत अधिक है। इसी कारण नहरों में जलाशयों से नहीं, बल्कि वर्षा के जल से इनलेटिंग हो रही है, जिससे नहरों में निर्धारित डिज़ाइन डिस्चार्ज से अधिक पानी बह रहा है। बैठक के दौरान किसानों और जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना गया, उन्हें शिकायत रजिस्टर में दर्ज किया गया और त्वरित समाधान का आश्वासन भी दिया गया। किसान प्रतिनिधियों ने ऐसे संवाद कार्यक्रमों को समय-समय पर आयोजित करने की मांग की, जिस पर कार्यपालक अभियंता ने आश्वस्त किया कि अब अभियंता स्वयं घर-घर जाकर शिकायत दर्ज करेंगे और जल्द समाधान सुनिश्चित करेंगे।




