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जीविका दीदियों को सिलाई कार्य में निपुण बनाने के लिए सात दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण की शुरुआत दसों प्रखंड में।

जमुई

जमुई – जिले के 10 प्रखंड में बुधवार से जीविका दीदियों को सिलाई कार्य में निपुण बनाने के लिए सात दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण की शुरुआत कर दी गई है।सभी प्रखंडों के नोडल संकुल स्तरीय संघ में सिलाई प्रशिक्षण-सह-वस्त्र उत्पादन केंद्र का शुभारम्भ संकुल संघ की लीडर दीदियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।

प्रशिक्षण के उपरांत सिलाई में दक्ष हुनरमंद दीदियाँ आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए पोशाक सिलने का काम करेंगी।ज्ञात हो कि बिहार राज्य जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति एवं समेकित बाल विकास सेवाएँ(आईसीडीएस) के बीच 1 जुलाई 2025 को समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर हुआ है,जिसमें जीविका द्वारा संपोषित सामुदायिक संगठनों के माध्यम से आंगनवाड़ी केन्दों में स्कूल पूर्व शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों को पोशाक मुहैया कराया जाना है।

इसी कड़ी में बुधवार को गिद्धौर प्रखंड के नारीशक्ति संकुल संघ,झाझा प्रखंड के आजाद संकुल संघ, सिकंदरा प्रखंड के सहयोग संकुल संघ,ई.अलीगंज प्रखंड के दीप संकुल संघ,खैरा प्रखंड के मुस्कान संकुल संघ, लक्ष्मीपुर प्रखंड के कुशल संकुल संघ, बरहट प्रखंड के एकता संकुल संघ एवं चकाई प्रखंड के तिरंगा संकुल संघ एवं सोनो प्रखंड के प्रगति संकुल संघ के तत्वाधान में सिलाई सह वस्त्र उत्पादन केंद्र का शुभारम्भ किया गया।जबकि सदर प्रखंड के स्वाभिमान संकुल संघ के द्वारा पहले से ही सिलाई केंद्र का संचालन किया जा रहा है।

जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक संजय कुमार ने बताया की यह प्रशिक्षण जमुई जिले के दसों प्रखंडों में चार बैच में होना है।प्रत्येक बेच में 25 जीविका दीदियों को सिलाई का प्रशिक्षण दिया जायेगा| इस प्रशिक्षण के माध्यम से 1000 जीविका दीदियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित है।सभी प्रखंडों से 100-100 जीविका दीदियों का चयन ग्राम संगठन के माध्यम से किया जा चुका है,जो पहले से सिलाई का काम जानती हैं।इस प्रशिक्षण का उद्देश्य सिलाई में उन्हें और दक्ष बनाते हुए उन्हें रोजगार भी उपलब्ध कराया जाना है।सभी प्रशिक्षण केन्द्रों पर मास्टर ट्रेनर की व्यवस्था की गई है।उल्लेखनीय है की महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं। जिसमें हुनर को प्रोत्साहन के साथ ही महिला स्वावलंबन एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जीविका द्वारा ग्रामीण महिलाओं को जीविकोपार्जन हेतु अब उनकी योग्यता और रुचि के अनुरूप सिलाई केंद्रों से भी जोड़ा जा रहा है।ये सभी महिलाएं जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं। इसके लिए प्रखंड स्तर पर जीविका से संबद्ध संकुल स्तरीय संघों के तत्वाधान में सिलाई केंद्र खोले जा रहे हैं।

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