
जमुई झाझा – झाझा प्रखंड इन दिनों भक्ति और उत्सव के रंगों से सराबोर है। गणेश चतुर्थी के अवसर पर क्षेत्र की गलियां और चौक-चौराहे रोशनी व सजावट से जगमगा उठे। बड़े-बड़े पंडालों से लेकर घरों-दुकानों तक, हर जगह गणपति बप्पा की आराधना का उल्लास छाया रहा।
अवकाश कॉलोनी, सोहजाना मोड़, पुरानी बाजार और शिव बाजार जैसे इलाकों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। पंडितों द्वारा मंत्रोच्चार और वैदिक रीति से स्थापित प्रतिमाओं ने वातावरण को और पावन बना दिया। शिव बाजार की बात ही अलग रही—यहां पिछले 131 वर्षों से चली आ रही परंपरा इस बार भी पूरे धूमधाम से निभाई
गई। स्थानीय पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि न सिर्फ पूजा-अर्चना बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला भी लोगों को जोड़ने का माध्यम बनती है।भजन, कीर्तन और गणपति वंदना से गूंजते पंडालों में भक्त झूमते
दिखे। हर कोई बप्पा से अपने परिवार, समाज और नगर की खुशहाली की प्रार्थना कर रहा था। झाझा का यह गणेशोत्सव न केवल धार्मिक उत्सव है बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी बन गया है।





