नवीनगर में उमड़ा आस्था का सैलाब, सुहागिनों ने रखा हरितालिका तीज का निर्जला व्रत।
औरंगाबाद

औरंगाबाद – नवीनगर प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार को हरितालिका तीज पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। सुहागिन महिलाओं ने अपने पति के दीर्घायु एवं अखंड सौभाग्य की कामना करते हुए निर्जला व्रत रखा। दिनभर निराहार और निर्जल रहकर महिलाओं ने भगवान शिव, माता पार्वती और श्रीगणेश की विधि-विधान से
पूजा-अर्चना की।पौराणिक मान्यता के अनुसार, भाद्रपद शुक्ल तृतीया को देवी पार्वती ने कठोर तपस्या कर भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त किया था। तभी से सुहागिन स्त्रियां इस तिथि को तीज का व्रत कर अखंड सौभाग्य और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं, वहीं अविवाहित कन्याएं मनचाहा वर पाने की इच्छा से
उपवास रखती हैं। आचार्य धनंजय चौबे ने बताया कि इस बार भाद्र शुक्ल तृतीया को हस्त नक्षत्र, शुक्ल योग, अमृत योग और रवि योग जैसे उत्तम संयोग बने, जिससे व्रत का महत्व और भी बढ़ गया। इस अवसर पर महिलाएं सुबह से लेकर देर रात 11 बजकर 36 मिनट तक पूजा-अर्चना कर सकती थीं। तीज को लेकर बाजारों में भी दिनभर रौनक देखी गई। महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों, सिंगार सामग्री और पूजन के सामान की जमकर खरीदारी की। हरियाली तीज, कजरी तीज और करवा चौथ की तरह हरितालिका तीज को भी सुहागिनों का प्रमुख पर्व माना जाता है, जो दांपत्य जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक है।




