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रेलवे स्टेशन मननपुर हनुमान मंदिर में 24 घंटे का रामधूनी का आयोजन।

रामधुनी का आयोजन 30 जुलाई से 31 जुलाई तक

लखीसराय चानन (सुजीत कुमार)- श्री श्री 108 अखंड रामधुनी (24 घंटा) का आयोजन रेलवे स्टेशन मननपुर हनुमान मंदिर में आयोजित किया जा रहा है। इसका आयोजन संतोष राम के द्वारा 30 जुलाई से 31 जुलाई तक अर्थात एक दिनों के लिए किया जाएगा।

इसको लेकर संतोष राम ने बताया कि इसके आयोजन के लिए चंदा बाजारों से किया गया। वही सावन में रामधुनी का आयोजन काफी फलदायक होता है। सावन में रामधुनी (या राम नाम संकीर्तन) का आयोजन विशेष रूप से फलदायक क्यों माना जाता है, इसके पीछे धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से कई कारण हैं:

(1) सावन मास का धार्मिक महत्व- सावन (श्रावण) मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय होता है। इस महीने में भक्त शिवजी की पूजा-अर्चना, व्रत, और भजन-कीर्तन में विशेष रूप से लीन रहते हैं। रामधुनी में “राम नाम” का गुणगान होता है, और राम स्वयं शिवजी के प्रिय हैं। राम का नाम लेना शिव की आराधना के तुल्य माना जाता है।

(2) राम नाम की महिमा – हिन्दू धर्मग्रंथों में कहा गया है: “राम नाम बिनु गति नहीं कोई।” राम नाम का उच्चारण मानसिक शांति, पापों से मुक्ति और मोक्ष का मार्ग प्रदान करता है। सावन जैसे पवित्र मास में राम नाम लेना विशेष पुण्यकारी माना जाता है।

(3) प्राकृतिक ऊर्जा और वातावरण – सावन में वातावरण शुद्ध, हराभरा और शांत होता है। यह समय मानसिक और आत्मिक साधना के लिए अनुकूल होता है। ऐसे में रामधुनी का प्रभाव और भी अधिक होता है।

(4) सामूहिक भक्ति का प्रभाव- 24 घंटे की अखंड रामधुनी में सामूहिक रूप से जब राम नाम का कीर्तन होता है, तो वहां एक शक्ति-क्षेत्र बनता है। यह सकारात्मक ऊर्जा फैलाता है और श्रद्धालुओं को मानसिक व आध्यात्मिक बल देता है।

(5)मानसिक शुद्धि और आस्था की वृद्धि – सावन व्रत, उपवास और भक्ति का महीना है। रामधुनी जैसे आयोजन व्यक्ति के भीतर की नकारात्मकता को दूर करने में सहायक होते हैं।

इसलिए, सावन में रामधुनी का आयोजन केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है जो मानसिक, शारीरिक और आत्मिक शांति प्रदान करती है। यही कारण है कि संत, श्रद्धालु और आम जन इसे विशेष फलदायक मानते हैं।

 

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