तमाम स्कूलों में छुट्टी लेकिन आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों का लग रहा क्लास, गर्मी की छुट्टी इन्हें मिलेगा या फिर आंगनवाड़ी संचालित होता रहेगा।
लखीसराय

लखीसराय – बिहार सरकार के निर्देशानुसार बढ़ती गर्मी को देखकर तमाम विद्यालयों में छुट्टी होने की बात तय की गई और ससमय छुटी भी हो गई। लेकिन इस बढ़ती गर्मी में आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चे की छुट्टी नहीं हुई क्या यह बच्चे उस तपती हुई गर्मी को सहन करने के लायक है या फिर इन बच्चों को उनके मौलिक अधिकार से वंचित करना ही सरकार की नीति है। ज्ञात हो कि तमाम विद्यालयों में छुट्टी को लेकर सरकार के निर्देश भी पहले से ही मिल चुका था कि जून के महीने में उनकी छुट्टी होगी। लेकिन क्या इन आंगनबाड़ी के बच्चे को लेकर सरकार की कोई नीति तय नहीं होती है क्या इनके लिए कोई निर्देश सरकार के द्वारा पूर्व से जारी नहीं किया जाता है। ज्ञात हो कि कि आंगनवाडी केंद्रों में पंखा की व्यवस्था परिपूर्ण नहीं होती है और बच्चे भी जमीन पर बैठकर कुछ सीखते नजर आते हैं और जहां तहां खेलते भी नजर आते हैं। ऐसे में प्रतिदिन जब 9 बजे के बाद तापमान बढ़ने लगता है और उमस बढ़ने लगता है तो ये बच्चे असहज महसूस करते होंगे लेकिन शायद डर से किसी को बताते नहीं होंगे। दूसरी ओर इन बच्चों को भोजन कराने के बाद ही घर भेजा जाएगा ऐसी दिशा निर्देश भी अधिकारियों से आंगनवाड़ी केंद्र के सेविका और सहायिका को दिया गया है। अब ऐसे में जब दस बजते बजते जवान व्यक्ति को गर्मी सताने लगती है तो बिना पंखे और पानी के इन बच्चों पर क्या असर होगा और किसी तरह से किसी बच्चे की तबियत बिगड़ जाए तो फिर इसका जिम्मेदार किसे माना जाएगा क्योंकि गर्मी लगने पर बच्चे को ये पता नहीं होता है कि पानी तुरंत पीना है या थोड़ी देर के बाद। हालांकि इस बात को लेकर सेविका सहायिका के द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया। अब देखना यह होगा कि आंगनवाड़ी के इन बच्चों को कब और कितने दिनों की छुट्टी मिलेगा।