बट सावित्री का व्रत, इसके वाबजूद महिला संवाद कार्यक्रम में उत्साह के साथ महिलाएं शामिल।
जमुई

जमुई- सोमवार को बट सावित्री का व्रत, इसके वाबजूद महिला संवाद कार्यक्रम में उत्साह के साथ महिलाएं शामिल हुईं। जमुई जिले में 18 अप्रैल से महिला संवाद कार्यक्रम लगातार जारी है।
इस आयोजन में प्रतिदिन पांच हजार से अधिक महिलाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रही हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से राज्य भर में यह कार्यक्रम ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा चलाया जा रहा है और ग्राम संगठन स्तर पर इसके आयोजन की जिम्मेदारी बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति(जीविका) को दी गई है| सोमवार 26 मई तक जमुई जिले के 847 जीविका महिला ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का सफल आयोजन किया जा चुका है। कार्यक्रम में 19 हजार से ज्यादा आकांक्षाएं निकल कर सामने आई है। संवाद कार्यक्रम में जिला व प्रखंड प्रशासन के द्वारा नियुक्त अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल होकर महिलाओं को योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं। वहीँ जीविका के सभी कर्मी जिला परियोजना प्रबंधक के निर्देशन में कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरी मुस्तैदी के साथ लगे हुए हैं। संवाद कार्यक्रम के 39वें दिन सोमवार 26 मई को जिले के विभिन्न ग्राम संगठन माँ प्यारी, रौशनी,ज्वाला, नारी एकता, आकृति, संध्या, भूमिका, अनुशासन, बरसात, ऋतू, बादल,कंगना, विकासशील, चाँद सितारा, गंगा, साईं, सौगंध,आकाश, शंकर संविधान,लक्ष्मी नारायण, गरीब व काजल में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महिलाएं मुख्य रूप से अपने गाँव –टोलों की सामूहिक समस्याओं पर अपना मंतब्य रख रही हैं| इसके साथ ही वे इसके निदान पर भी खुलकर अपनी राय भी दे रही है हैं| संवाद कार्यक्रम जिले के सभी प्रखंड के 22 गांवों में सुबह-शाम दो पालियों में किया जा रहा है। जागरूकता वाहन में लगे एलईडी टीवी के द्वारा महिलाओं को 45 मिनट का वीडिओ फिल्म दिखाया जाता है, जिसमें जीविका, सतत जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उथान योजना,, मुख्यमंत्री पोशाक योजना,, कस्तूरबा गांधी बालिका योजना, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, अक्षर आंचल योजना, महिलाओं के लिए आरक्षण, नशामुक्ति अभियान, लक्ष्मी बाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, शौचालय निर्माण, महिला उद्यमी योजना, सिविल सेवा प्रोत्साहन राशि, आदर्श दंपति आदि योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। इससे महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर सजग दिख रही है। कार्यक्रम में योजनाओं की जानकारी मिलने के बाद महिलाएं मुखरता से अपनी आकांक्षा को साझा कर रही हैं। कार्यक्रम में महिलाएं स्कूल, कालेज, आंगनबाड़ी, सामूहिक शौचालय, वृद्धा पेंशन में बढ़ोतरी, लघु कुटीर उद्योग की मांग,रोजगार की मांग, जीविका भवन, जीविका बैंक, बैंक ब्याज दर में कमी, सोलर लाईट सहित विभिन्न मांगों को आकाँक्षाओं के रूप में खुलकर रख रही हैं। महिलाओं के द्वारा आकांक्षाओं को सम्बंधित कर्मियों के द्वारा संकलित कर उसे मोबाइल एप्प में अपलोड लिया जा रहा है। संकलित सुझावों एवं अपेक्षाओं को प्रखंड इकाई द्वारा जिला इकाई को भेजा जा रहा है| जिला स्तर पर पूर्ण की जा सकती हैं या जिनका समाधान किया जा सकता है, उन्हें तत्काल कार्रवाई हेतु जिला पदाधिकारी के द्वारा संबंधित विभाग को भेजा जायेगा। कार्यक्रम में सरकार की योजनाओं से लाभान्वित महिलाओं के द्वारा सफलता की कहानियां भी साझा की जा रही है। इस दैरान महिलाओं के बीच लीफलेट और मुख्यमंत्री का सन्देश पत्र बांटा जा रहा है।