अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस पर हुआ पौधारोपण, दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश, पर्यावरण भारती द्वारा लगाए गए फलदार पौधे।
जमुई

जमुई- मातृत्व सेवा सदन परिसर, खैरा मोड़ में अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के अवसर पर पर्यावरण भारती द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान कटहल, आँवला, आम, अमरूद और अगस्त फूल के कुल 13 पौधे लगाए गए। कार्यक्रम का नेतृत्व पर्यावरण नारी शक्ति प्रांत टोली की सदस्या डॉ. शालिनी सिंह ने किया।
डॉ. शालिनी सिंह ने कहा कि पर्यावरण और परिवार दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। एक हरा-भरा वातावरण ही स्वस्थ और सुखद परिवार की नींव है। हमें न केवल अपने परिवार के लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी हरियाली का उपहार देना चाहिए। उन्होंने युवाओं और महिलाओं से पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भागीदारी की अपील की। पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से बचाव का सबसे सशक्त उपाय वृक्षारोपण है। उन्होंने चेताया कि यदि पेड़ों की अंधाधुंध कटाई जारी रही तो धरती का तापमान इतना बढ़ जाएगा कि कूलर और एसी भी निष्प्रभावी हो जाएंगे। उन्होंने हर व्यक्ति से कम से कम 10 पेड़ लगाने की अपील की। शाण्डिल्य ने बताया कि 15 मई 1994 को पहली बार अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया गया था। भारतीय संस्कृति में वसुधैव कुटुंबकम की भावना के अनुरूप, परिवार और पर्यावरण का परस्पर संबंध अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस वर्ष की थीम परिवार और जलवायु परिवर्तन है। इस अवसर पर डॉ. वीणा सिंह, रानी कुमारी, पूजा कुमारी, सोनी कुमारी, नित्यानंद मंडल सहित अनेक लोगों ने भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली।